मनुष्य के जीवन में विनय का होना जरूरी : मुनिश्री कमल
कटिहार : जैन अतिथि भवन में उग्र बिहारी तपोमूर्ति मुनि श्री कमल कुमार ने तेरापंथ समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन में विनय का होना आवश्यक है. विनय भाव से मनुष्य के मान, माया, लोभ, क्रोध इत्यादि में कमी होने लगती है. मनुष्य का जीवन शांति एवं आनंद का […]
कटिहार : जैन अतिथि भवन में उग्र बिहारी तपोमूर्ति मुनि श्री कमल कुमार ने तेरापंथ समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन में विनय का होना आवश्यक है. विनय भाव से मनुष्य के मान, माया, लोभ, क्रोध इत्यादि में कमी होने लगती है. मनुष्य का जीवन शांति एवं आनंद का जीवन हो जाता है.
उन्होंने कहा कि पुत्र का पिता के प्रति, बहू का सास के प्रति, शिष्य का गुरु के प्रति विनय रहना चाहिए. शिक्षा पूर्व में भी आवश्यक थी और आज भी शिक्षा का बहुत महत्व है. ऊंची शिक्षा प्राप्त करने के बाद यदि विनय की कमी है, तो वह शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण नहीं होती है. जिसके आचरण में विनयशीलता, सरलता, एवं निर्मलता होती है, उसका सभी जगह सम्मान होता है, लेकिन जिसके पास अहंकार होता है, उसका कहीं भी सत्कार नहीं होता है.
जहां अहंकार और मैं की भावना होती है, वहां समस्या बढ़ जाती है. पर, जहां विनय भाव होता है, वहां सभी समाधान हो जाता है. मुनि अक्षय प्रकाश ने कहा कि त्याग में धर्म है. जितना त्याग है उतना धर्म व संयम है. इसलिए मनुष्य को त्याग की साधना करनी चाहिए. त्याग से कर्मों की निर्जरा होती है और कर्मों की निर्जरा से ही मोक्ष की प्राप्ति संभव है. इस अवसर पर पुरुष, महिलाएं, एवं बच्चे काफी संख्या में उपस्थित थे. बताते चलें कि तेरापंथ युवक परिषद द्वारा शहर के जैन भवन में ब्लड डोनेशन कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार को होगा. इसका उद्घाटन विधायक तारकिशोर प्रसाद व एसपी सिद्धार्थ मोहन जैन करेंगे.