अभी और सतायेगी गरमी
उफ! ये मौसम . उमस भरे दिन-रात ने किया लोगों को परेशान जिलावासी एक बार फिर लू की थपेड़ों से दो चार हो रहे हैं. सूर्यदेव का पारा कभी 39 डिग्री तो कभी 40 डिग्री तक चढ़ रहा है. जन जीवन का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. तपती धूप में एक बार फिर […]
उफ! ये मौसम . उमस भरे दिन-रात ने किया लोगों को परेशान
जिलावासी एक बार फिर लू की थपेड़ों से दो चार हो रहे हैं. सूर्यदेव का पारा कभी 39 डिग्री तो कभी 40 डिग्री तक चढ़ रहा है. जन जीवन का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. तपती धूप में एक बार फिर जनजीवन घरों तक सिमट गया है.
कटिहार : अब िजले में आवश्यक कार्यों से ही लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं. आमजन धूप चढ़ने से पहले अपना काम सुबह जल्दी जल्दी निबटाने के चक्कर में लगे रहते हैं. बाजार में उपलब्ध शीतल पेय पदार्थों की डिमांड दोबारा बढ़ने लगी हैं. जलजीरा युक्त सत्तू, कच्चे आम का शरबत, मौसमी फलों का जूस, आम व लीची लोगों की पहली पसंद बन रहे हैं. यही वजह है कि शहीद चौक, एमजी मार्ग, शिव मंदिर चौक समेत अन्य जगहों पर शीतल पेय पदार्थों की बिक्री तेज हो गयी है.
संभलें कहीं बीमारी की चपेट में न आ जायें. रह रह कर लगातार बढ़ रही गरमी कहीं आपको बीमार न कर दे. इसलिये जरा संभल कर रहने की जरूरत है. डॉक्टरों की माने तो इस मौसम का बच्चों पर ज्यादा असर देखने को मिलता है.
तपती धूप में स्कूल कॉलेज आने के बाद अक्सर बच्चे ठंडा पानी पीते हैं जो कि बीमारी को दस्तक दे सकता है. डॉक्टरों का कहना है कि हमें गरमी के प्रकोप से बचने के लिये बाजारू खाद्य पदार्थ से तौबा कर लेना चाहिये और कच्चे आम का शरबत, मौसमी फलों का जूस, साफ व स्वच्छ पानी और थोड़ी थोड़ी देर में हल्का फुल्का भोजन लेना चाहिये. गरमी के इस मौसम में दिनचर्या में बदलाव कर डॉक्टर के बताये नियमों पर चलने से हम बीमारी से दूर रह सकते हैं.
मानसून का करना होगा इंतजार
वहीं दूसरी ओर मौसम विज्ञानी कहते हैं कि मानसून को आने में अभी देर है. देश के समुद्री इलाकों में मानसून की दस्तक हो चुकी है और जल्द ही उत्तर-पूर्व भारत के मैदानी भागों में भी काले मेघा पानी बरसायेगा. हालांकि इसके लिये अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा.