कई स्थानों कटाव का खतरा बरकरार
बाढ़ की आशंका. गंगा व कोसी नदी उफान पर, महानंदा पड़ी नरम प्रमुख नदियों के जल स्तर में लगातार वृद्धि होने से नदी के आसपास वाले गांव के लोग अब भी दहशत में हैं. बाढ़ का पूरा समय अभी बाकी है. माना जाता है कि माॅनसून के शुरुआती दौर में भी नदियों के जलस्तर में […]
बाढ़ की आशंका. गंगा व कोसी नदी उफान पर, महानंदा पड़ी नरम
प्रमुख नदियों के जल स्तर में लगातार वृद्धि होने से नदी के आसपास वाले गांव के लोग अब भी दहशत में हैं. बाढ़ का पूरा समय अभी बाकी है. माना जाता है कि माॅनसून के शुरुआती दौर में भी नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने से इस बार बाढ़ तबाही मचायेगी.
कटिहार : जिले की तीनों प्रमुख नदियां सहित सहायक नदियों के जल स्तर में उतार-चढ़ाव जारी है.
गुरुवार को महानंदा नदी के जल स्तर में कई स्थानों पर कमी पायी गयी. वहीं गंगा व कोसी नदी के अलावा बरांडी नदी के जल स्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. दूसरी तरफ कई तटबंधों पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है.
हालांकि बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अधिकारियों ने दावा किया है कि जिले के सभी तटबंध व स्पर सुरक्षित हैं. इस बीच हल्की बारिश होने के बाद शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों का वातावरण सामान्य रहा. प्रमुख नदियों के जल स्तर में लगातार वृद्धि होने से नदी के आसपास वाले गांव के लोग अब भी दहशत में हैं.
बाढ़ का पूरा समय अभी बाकी है. माना जाता है कि माॅनसून के शुरुआती दौर में भी नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने से इस बार बाढ़ तबाही मचायेगी. यद्यपि राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन बाढ़ और सुखाड़ की तैयारियों में जुटा हुआ है. डीएम खुद बाढ़ पूर्व तैयारी की निगरानी कर रहे हैं.
लगातार बढ़ रहा जलस्तर
स्थानीय बाढ़ नियंत्रण कार्यालय के अनुसार, गुरुवार को गंगा व कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है, जबकि महानंदा नदी का जल स्तर कई स्थानों पर घट रहा है. वहीं बारंडी नदी का जलस्तर स्थिर है. गंगा नदी का जलस्तर बुधवार की शाम रामायणपुर में 23.23 मीटर दर्ज किया गया था, जो गुरूवार की सुबह बढ़कर 23.32 मीटर हो गया. इसी तरह काढ़ागोला में 26.79 मीटर था, जो बढ़कर 26.82 मीटर हो गया. कोसी नदी कुरसेला ब्रिज के पास 27.70 मीटर थी, जो बढ़कर 27.80 मीटर हो गयी. बारंडी नदी डुम्मर के पास जलस्तर 27.29 मीटर था.
गुरुवार को भी जलस्तर इतना ही दर्ज किया गया. महानंदा नदी झौआ में जलस्तर 29.78 दर्ज किया गया था, जो घटकर 29.75 मीटर हो गया. इसी तरह बहरखाल में जलस्तर 29.57 मीटर दर्ज किया गया था, जो घटकर 29.45 मीटर हो गया. आजमनगर में 29.70 मीटर दर्ज किया गया था, जो घटकर 29.65 मीटर हो गया. धबौल में 27.30 मीटर दर्ज किया गया था,
जो घटकर 27.25 मीटर हो गया. इसी नदी के कुरसेला में जलस्तर 29.35 मीटर दर्ज किया गया था, जो घटकर 29.25 मीटर हो गया. दुर्गापुर में जलस्तर स्थिर है. यहां 26.50 मीटर दर्ज किया गया था, जो गुरुवार को भी 26.50 मीटर ही दर्ज किया गया. इस नदी के गोविंदपुर में जलस्तर में थोड़ी वृद्धि हुयी है. यहां 24.92 मीटर दर्ज किया गया था, जो गुरुवार को बढ़कर 24.98 मीटर हो गया.
कई तटबंधों पर है कटाव का दबाव
नदियों के घटते-बढ़ते जलस्तर के बीच तटबंध पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है. खासकर महानंदा व गंगा नदी के तटबंध पर पानी का दबाव बना हुआ है. अमदाबाद के चौकिया पहाड़पुर, प्राणपुर के दुर्गापुर में कटाव का दबाव अब भी बरकरार है. हालांकि इन स्थानों पर कटाव निरोधक कार्य किये जा रहे हैं. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल कार्यालय के अनुसार, गुरुवार को बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल सालमारी के अंतर्गत झौआ व दिल्ली दिवानगंज के बीच महानंदा तटबंध पर चैन संख्या 69 पर धबौल गांव के पास स्पर पर कटाव का दबाव बना हुआ है. बाढ़ प्रमंडल कार्यालय की मानें तो धबौल गांव के पास अपस्ट्रीम में 300 मीटर तक गुरुवार को बाढ़ संघर्षात्मक कार्य किया जा रहा है.