कटिहार में करेंट लगने से मां-बाप व बेटी की मौत

कटिहार : बरारी थाना क्षेत्र के गुरुबाजार में पूर्व मध्य रेलवे, नवगछिया में कार्यरत जूनियर इंजीनियर, उनकी पत्नी व पुत्री की मौत करेंट लगने से हो गयी़ घटना का पता, तब चला जब जूनियर इंजीनियर की दूसरी बेटी पढ़ कर घर लौटी. साहूगढ़ जानकी टोला मधेपुरा निवासी विद्यासागर प्रसाद , पत्नी रेखा देवी, पुत्री शिल्पी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2016 7:53 AM

कटिहार : बरारी थाना क्षेत्र के गुरुबाजार में पूर्व मध्य रेलवे, नवगछिया में कार्यरत जूनियर इंजीनियर, उनकी पत्नी व पुत्री की मौत करेंट लगने से हो गयी़ घटना का पता, तब चला जब जूनियर इंजीनियर की दूसरी बेटी पढ़ कर घर लौटी. साहूगढ़ जानकी टोला मधेपुरा निवासी विद्यासागर प्रसाद , पत्नी रेखा देवी, पुत्री शिल्पी कुमारी व नेहा कुमारी के साथ सतीश के मकान गुरुबाजार में किराये पर रहते थे. करेंट कैसे लगा किसी को पता नहीं चला.

दो बहन व दो भाई बचे : मृत विद्यासागर का एक पुत्र दिल्ली में इंजीनियर है, जबकि एक कोटा में रह कर पढ़ाई कर रहा है. बड़ी बेटी की शादी फारबिसगंज में हुई है. किराये के घर में मौजूद बेटी नेहा का रो-रो कर बुरा हाल है.
घटना की खबर सभी नाते-रिश्तेदार को दे दी गयी है. उनके आने के बाद ही शवों का दाह-संस्कार होगा.
स्काॅर्पियो ने सड़क किनारे बैठे नौ को कुचला, चार की गयी जान
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खखरैली गांव के पास गुरुवार को स्काॅर्पियो ने संतुलन खो दिया और नौ लोगों को अपनी चपेट में ले लिया. इसके बाद वाहन एक पेड़ से टकरा कर पलट गया. इस घटना में चार लोगों की मौत हो गयी. सभी मृतक मुफस्सिल थाने के खखरैली गांव के थे़ अन्य घायलों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. एक गंभीर घायल को भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया, जिसकी मौत रास्ते में ही हो गयी.
घटना के विरोध में लोगों ने बेलौरी-सोनौली मार्ग को लगभग एक बजे दिन में जाम कर दिया. बेलौरी -सौनौली मार्ग पर सेमलगाछी खखरैली के पास दोपहर में सड़क के किनारे लगभक एक दर्जन मजदूर कदम के पेड के नीचे बैठ कर ईंट भट्ठा से ट्रैक्टर आने की प्रतीक्षा कर रहे थे. वहीं कुछ बच्चे बैठ कर लूडो खेल रहे थे. तभी सौनौली की ओर से आ रही स्काॅर्पियो ने नौ लोगों को कुचल दिया़ इसके बाद स्कॉर्पियो एक पेड़ से जा टकरायी. टक्कर इतना जबरदस्त था कि पेड़ भी आधा टूट कर गिर गया. ग्रामीणों के सहयोग से तुरंत सभी घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया गया. इसमें से तीन मनोज उरांव, जितेन उरांव, अनिल उरांव को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.जबकि शनिचर उरांव,शैलेंद्र उरांव,विनोद उरांव,मानिक उरांव को गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल में भरती कराया गया.
गोपालगंज के एक भी स्कूल काे सीबीएसइ की मान्यता नहीं
जांच टीमों ने तीनों स्कूलों की सौंपी रिपोर्ट
ऑपरेशन सीबीएसइ के खुलासे के बाद स्कूलों की जांच में जुटी तीन अलग-अलग टीमों ने अपनी रिपोर्ट गुरुवार की शाम डीएम राहुल कुमार को सौंप दी. जांच में पाया गया है कि इन स्कूलों का सीबीएसइ से कोई एफिलिएशन नहीं है. महज आठवीं तक ही क्लास चलाये जाने का रेकॉर्ड स्कूलों से मिला है. प्रशासन की कार्रवाई से प्राइवेट स्कूलों में हड़कंप मचा है. वे स्कूल प्रबंधन प्रशासन की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं. शहर के न्यूटन पब्लिक स्कूल (अरार चौक), डॉ नंदी ग्रेस स्कूल (काली मंदिर रोड)
औरचैनपट्टी स्थित सीबीएसइ पब्लिक स्कूलों में नामांकन के नाम पर किस तरह का फर्जीवाड़ा चल रहा था. इसमें स्कूल के डायरेक्टर और प्राचार्य का स्टिंग ऑपरेशन दिखाया गया. इसका प्रसारण होने के बाद रातोंरात स्कूल प्रबंधन ने अपना पैंतरा बदल लिया. बुधवार को डीएम राहुल कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ओएसडी देवेंद्र प्रताप शाही, डीसीएलआर विमल कुमार सिंह, डीआरडीए के निदेशक धनंजय कुमार के नेतृत्व में अलग-अलग तीन टीमें गठित कर जांच का आदेश दिया था.
जांच में अधिकारियों को स्कूल प्रबंधन की तरफ से महज आठवीं तक पढ़ाये जाने का दावा किया गया है और इतने ही वर्ग का नामांकन रजिस्टर से लेकर शिक्षकों की उपस्थिति पंजी उपलब्ध करायी गयी है. प्रशासन स्कूलों से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज को भी खंगालने में जुटा है. इसकी पुष्टि करते हुए डीएम राहुल कुमार ने बताया कि जांच रिपोर्ट का गहनता से अध्ययन कर सीबीएसइ बोर्ड को रिपोर्ट भेजी जायेगी.
अब मुट्ठी भर नक्सली बचे, इनसे निबटने को तैयार हैं जवान : डीजी
देव-कचनपुर रोड में बंधुबिगहा गांव के पास विगत 19 जून को हुए लैंडमाइंस विस्फोट का जायजा लेने गुरुवार को औरंगाबाद पहुंचे सीआरपीएफ के डीजी दुर्गा प्रसाद ने कहा कि जवान नक्सलियों से निबटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश से नक्सलियों का सफाया होगा. इसके लिए रणनीति बनायी जा रही है. श्री प्रसाद ने कहा कि औरंगाबाद व गया के अलावा झारखंड के सीमावर्ती जिले चतरा व पलामू में भी नक्सलियों के सफाये के लिए बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाया जायेगा. देश में अब मुट्ठी भर नक्सली रह गये हैं, उनसे निबटने के लिए हमारे पास भारी संख्या में जवान हैं.
डीजीपी ने कहा कि बिहार में काफी संख्या में सीआरपीएफ कैंप हैं, जो नक्सलियों के विरुद्ध मूवमेंट में लगे हैं. बंधुबिगहा गांव के पास की घटना की जांच से पहले उन्होंने जिले में एंटीनक्सल मूवमेंट में तैनात अफसरों के साथ बैठक की और कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर रणनीति बनायी. इस दौरान सीआरपीएफ के डीआइजी नीरज कुमार, कमांडेंट करुणा राय, औरंगाबाद एसपी बाबूराम, कोबरा कमांडेंट एल लॉजम, एएसपी अभियान राजेश भारती व अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.

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