पलायन कर रहे नदी किनारे बसे लोग
दहशत . गंगा, कोसी, महानंदा व बरांडी नदी बह रही हैं खतरे के निशान से ऊपर कई क्षेत्रों में हो रहा भीषण कटाव, दहशत जिले के सभी प्रमुख नदियां खतरा व चेतवानी के स्तर को पार कर गयी हैं. महानंदा, गंगा, कोसी, कारी कोसी व बारंडी नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से […]
दहशत . गंगा, कोसी, महानंदा व बरांडी नदी बह रही हैं खतरे के निशान से ऊपर
कई क्षेत्रों में हो रहा भीषण कटाव, दहशत
जिले के सभी प्रमुख नदियां खतरा व चेतवानी के स्तर को पार कर गयी हैं. महानंदा, गंगा, कोसी, कारी कोसी व बारंडी नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से बाढ़ व कटाव को लेकर लोगों में दहशत है.
कटिहार : बुधवार को महानंदा नदी एक स्थान पर लाल निशान को पार कर गयी. वहीं महानंदा नदी झौआ में लाल निशान से 14 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. शेष जगहों पर चेतावनी स्तर को पार कर गयी है. कोसी नदी कुरसेला रेलवे ब्रिज पर लाल निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. वहीं गंगा नदी काढागोला में लाल निशान को पार कर गयी है. यहां खतरे के निशान से गंगा आठ सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. बरांडी नदी भी डुम्मर में चेतावनी स्तर से 34 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. जलस्तर में वृद्धि से महानंदा व गंगा के कई क्षेत्रों में भीषण कटाव जारी है.
केवाला से बाघमारा तक कटाव जारी : बुधवार को भी मनिहारी प्रखंड के केवाला गांव से बाघमारा तक 5.20 किलोमीटर की लंबाई में गंगा नदी का भीषण कटाव जारी रहा. कारी कोसी नदी मात्र 500 मीटर शेष बची है, जबकि प्राणपुर प्रखंड में आधा दर्जन गांवों पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है. प्राथमिक विद्यालय भगत टोला में कटाव का खतरा मंडराने लगा है. अमदाबाद में गंगा के कटाव होने से हरदेव टोला से खट्टी टोला तक 6.30 किलोमीटर तक तटबंध पर कटाव जारी है. भीषण कटाव होने की वजह से
अमदाबाद प्रखंड के हरदेव टोला, झब्बु टोला, मेघु टोला, सूबेदार टोला और खट्टी धन्नी टोला आदि कई गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है. साथ ही दो स्कूलों पर भी कटाव का खतरा मंडरा रहा है. इस स्थान पर विभाग ने कटाव निरोधक कार्य शुरू नहीं किया है. उल्लेखनीय है कि यहां के हालात से विभाग के वरीय पदाधिकारी को सूचित कर दिया गया है
. इस बीच लाभा चौकिया पहाड़पुर के दायां तटबंध के चैन संख्या 650-674 के तटबंध को सुरक्षित कर लेने का दावा बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल ने किया है. झौआ-लाभा दायां तटबंध के चैन संख्या 660 पर नदी की सीधी टक्कर होने की वजह से चैन संख्या 675-685 तक कटाव जारी है. झौआ-लाभा-महानंदा के दायां तटबंध के चैन संख्या 650-700 के बीच एनएसएल पर जगह-जगह पानी फैल चुका है. इसी तटबंध के चैन संख्या 880 स्पर को कटाव से रोकने का काम युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है. लगातार हो रहे कटाव व बाढ़ की आशंका से लोग दहशत में है. नदी किनारे बसे गांव के लोग पलायन भी कर रहे हैं.
खतरे के निशान से ऊपर पहुंची गंगा व कोसी : गंगा नदी के जलस्तर में भी बुधवार को लगातार वृद्धि दर्ज की गयी. गंगा नदी काढ़ागोला में लाल निशान को पार कर गयी है. यहां गंगा लाल निशान से आठ सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, जबकि कोसी नदी कुरसेला रेलवे ब्रिज पर खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार, गंगा नदी का रामायणपुर में जलस्तर मंगलवार की शाम में 25.51 मीटर था, जो बुधवार को सुबह बढ़कर 25.60 मीटर हो गया. काढ़ागोला में मंगलवार की शाम जलस्तर 29.80 मीटर था, जो बढ़कर बुधवार की सुबह 29.95 मीटर हो गया. कोसी नदी के कुरसेला रेलवे ब्रिज पर जलस्तर 30.70 मीटर था, जो बढ़कर 30.80 मीटर हो गया है. बरांडी नदी का जलस्तर एनएच-31 के डुम्मर के पास 29.91 मीटर दर्ज किया गया था, जो बुधवार की सुबह बढ़कर 30.03 मीटर हो गया. वहीं कारी कोसी के चैन संख्या 389 पर मंगलवार की शाम जलस्तर 28.75 मीटर दर्ज किया गया था, जो बुधवार की सुबह बढ़कर 28.90 मीटर हो गया.
महानंदा नदी लाल निशान से ऊपर
पिछले 24 घंटे से रुक-रुककर हो रही बारिश से जिले की महानंदा नदी के जलस्तर में लगातार छठे दिन तक वृद्धि जारी रही. 12 घंटे के भीतर इस नदी का जलस्तर एक स्थान पर लाल निशान पर कर चुका है. शेष स्थानों पर चेतावनी स्तर को पार कर लाल निशान तक पहुंचने के करीब है. इस अवधि में महानंदा में जलस्तर 02-20 सेंटीमीटर जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है. स्थानीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, महानंदा नदी झौआ में मंगलवार की शाम जलस्तर 31.16 मीटर था. यहां पर बुधवार की सुबह जलस्तर बढ़कर 31.28 मीटर हो गया. इसी नदी के बहरखाल में जलस्तर 30.95 मीटर था, जो बढ़कर 31.05 मीटर हो गया. आजमनगर में इस नदी का जलस्तर 29.00 मीटर था, जो बढ़कर 29.05 हो गया. इन तीनों स्थानों पर महानंदा चेतावनी स्तर को पार कर गयी है. धबौल में जलस्तर 28.65 मीटर था, जो बुधवार को बढ़कर 28.78 मीटर, कुरसेला में 30.72 था, जो बढ़कर 30.80 मीटर हो गया. दुर्गापुर में जलस्तर 27.90 मीटर था, जो बुधवार की सुबह बढ़कर 27.95 मीटर हो गया. गोविंदपुर में जलस्तर मंगलवार की शाम 26.50 मीटर दर्ज किया गया था, जो बुधवार की सुबह बढ़कर 26.66 मीटर हो गया.