काट दिया तटबंध,मचा हाहाकार
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हद है . अपनी सुरक्षा के लिए दूसरों को डाला मुश्किल में, देखते रह गये अधिकारी
महानंदा तटबंध के बढ़यापरती गांव के सामने बुधवार की दोपहर लगभग 12 बजे दिन में महानंदा तटबंध के भीतर निवास करनेवाले बाढ़ पीड़ितों ने अपनी सुरक्षा के मद्देनजर तटबंध को काट दिया. इससे कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है और लोग पलायन करने लगे हैं.
कटिहार/कदवा : जिले में महानंदा नदी पूरे उफान पर है. बुधवार को महानंदा नदी के दायां तटबंध को कचोरा व कुरसेला के बीच बढ़यापरती के पास स्थानीय लोगों ने जबरन काट दिया. इससे बाढ़ का पानी दर्जनों गांव में प्रवेश कर गया है. बताया जाता है कि दोपहर को स्थानीय एक गांव के लोग नाजायज रूप से पहुंच कर तटबंध को काटना शुरू कर दिये. इस बीच स्थानीय लोगों ने प्रशासन को इसकी सूचना दी.
लोगों की सूचना पर कटिहार से जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के निदेशक राम निरंजन सिंह को दंडाधिकारी बना कर भेजा गया, जबकि बारसोई एसडीओ फिरोज अख्तर सहित आसपास के चार थानाें की पुलिस भी मौके पर पहुंची. स्थानीय लोगों की मानें, तो प्रशासनिक महकमा पूरी तरह मूकदर्शक बना रहा. प्रशासनिक लोगों के सामने ही लोग तटबंध को काटते रहे. तटबंध के कट जाने से कदवा सहित आसपास के प्रखंडों में भी दहशत का माहौल है. जानकारों की मानें, तो देर रात तक बाढ़ का पानी कई प्रखंडों में तबाही मचा सकता है. स्थिति की भयावहता को देखते हुए डीएम ललन जी,
एसपी डॉ सिद्धार्थ मोहन जैन, डीडीसी मुकेश पांडेय, अपर समाहर्ता सहित अधिकारियों का दल कटाव स्थल पर पहुंच चुका था. इस बांध के कटने से सैकड़ों एकड़ में लगी फसलों को नष्ट होने की आशंका बढ़ गयी है. बांध कटने की खबर सुनते ही आसपास के गांव लगभग खाली हो चुके हैं. बढ़ते जल स्तर की वजह से पिछले कई दिनों से महानंदा का पूर्वी इलाका बाढ़ की तबाही झेल रहा था.
इस बीच बाढ़ से घिरे लोगों द्वारा बांध को काटने के बाद अब पश्चिमी इलाके में भी बाढ़ तबाही मचायेगी. महानंदा का जल स्तर हर घंटे एक से दो सेंटीमीटर बढ़ रहा है. पिछले 12 घंटे के दौरान जल स्तर में 10-30 सेंटीमीटर तक वृद्धि दर्ज की गयी है.