रक्षाबंधन पर विशेष व्यवस्था नहीं

परेशानी. डाकघर व आरएमएस काउंटर पर लगी रहती है भीड़ अपने भाइयों तक राखी भेजने के लिए इस दौर में भी डाकघर और कोरियर सेवा ही एकमात्र विकल्प है. इन दिनों डाकघर व रेलवे स्टेशनों पर मौजूद आरएमएस काउंटर पर भीड़ लगी रहती है, लेकिन कर्मियों व काउंटर के अभाव का खामियाजा आमजनों को भुगतना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2016 8:32 AM

परेशानी. डाकघर व आरएमएस काउंटर पर लगी रहती है भीड़

अपने भाइयों तक राखी भेजने के लिए इस दौर में भी डाकघर और कोरियर सेवा ही एकमात्र विकल्प है. इन दिनों डाकघर व रेलवे स्टेशनों पर मौजूद आरएमएस काउंटर पर भीड़ लगी रहती है, लेकिन कर्मियों व काउंटर के अभाव का खामियाजा आमजनों को भुगतना पड़ रहा है.
कटिहार : मोबाइल और सोशल मीडिया ने चिट्ठी की महक और उपयोगिता को कम कर दिया है. बावजूद इसके कुछ विशेष अवसराें पर डाकघर और लेटर बॉक्स की उपयोगिता बनी रहती है. उन्हीं में से एक है रक्षा बंधन का त्योहार. मोबाइल और सोशल मीडिया पर हम अपने चहेतों का कुशल क्षेम तो पूछ सकते हैं. बात जब राखी भेजने की आती है तो बहना के लिए डाकघर और कोरियर सेवा ही एकमात्र विकल्प बचता है.
इन दिनों डाकघर व रेलवे स्टेशनों पर मौजूद आरएमएस काउंटर पर भीड़ लगी रहती है, लेकिन कर्मियों व काउंटर के अभाव का खामियाजा आमजनों को भुगतना पड़ रहा है. आरएमएस काउंटर पर समय सारिणी की पाबंदी के कारण भी लोगों के बीच इस बात की आशंका बनी रहती है कि कहीं समय न समाप्त हो जाये और उन्हें दोबारा इसी कार्य के लिए काउंटर तक का सफर करना पड़े.
महज औपचारिकता भर है
लेटर बॉक्स: हाइटेक हो चुके इस जमाने में लेटर बॉक्स की कोई उपयोगिता नहीं रह गयी है. आमतौर पर इसका उपयोग रक्षा बंधन या फिर विद्यार्थियों द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं के फार्म भेजने में ही किया जाता है. कमोबेश यही हाल जिले का भी है. जहां लेटर बॉक्स तो नजर आते हैं, लेकिन ऐसा जान पड़ता है मानो अब इनकी उपयोगिता महज औपचारिकता भर ही है. गाहे बगाहे यदि लेटर बॉक्स दिख भी जाये तो बदहाल स्थिति में है. इस संबंध में अनिल कुमार, पोस्टमास्टर कटिहार कहते हैं कि हाइटेक हो चुके इस जमाने में लेटर बॉक्स की उपयोगिता कम हो गयी है लेकिन आज भी इसे लोग इस्तेमाल में ला रहे हैं. उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी इसकी मांग की जायेगी, वहां जरूरत के हिसाब से लेटर बॉक्स को स्थापित कर दिया जायेगा.
नहीं मिल रही तेज सर्विस
भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को फटाफट सर्विस की आदत सी पड़ गयी है, लेकिन डाकघर और आरएमएस की बात करें तो कम काउंटर होने का खामियाजा पत्र भेजने वालों को भुगतना पड़ता है. कुछ ऐसी ही तसवीर आरएमएस और डाकघरों में इन दिनों दिखाई पड़ रही है. राखी भेजने और अन्य रजिस्ट्री व पोस्टल सर्विसेज के लिए लंबी कतार लगना यहां आम बात है. कटिहार रेल मंडल में मौजूद आरएमएस काउंटर पर राखी व अन्य सामग्री भेजने वालों की कतार लगी रहती है. एक ही काउंटर होने के कारण उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है.

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