बाढ़ का पानी निकलते ही महामारी की आशंका
बाढ़ का पानी निकलते ही महामारी की आशंका प्रतिनिधि, बरारी, बाढ़ आपदा का कहर पानी निकलते ही गांवों में बाढ़ पीड़ितों की वापसी से जहां चहल पहल दिखनें लगी है. वहीं दूसरी ओर गंदगी का अंबार चारों ओर पड़ा है. बाढ़ पीड़ितों के बीच अपने-अपने घरों को संवारने की चिंता लगी है. प्रखंड क्षेत्र के […]
बाढ़ का पानी निकलते ही महामारी की आशंका प्रतिनिधि, बरारी, बाढ़ आपदा का कहर पानी निकलते ही गांवों में बाढ़ पीड़ितों की वापसी से जहां चहल पहल दिखनें लगी है. वहीं दूसरी ओर गंदगी का अंबार चारों ओर पड़ा है. बाढ़ पीड़ितों के बीच अपने-अपने घरों को संवारने की चिंता लगी है. प्रखंड क्षेत्र के मोहना चांदपुर पंचायत, सुखासन, बैसा गोविंदपुर, विशनपुर, कांतनगर, शिशिया, उत्तरी व दक्षिणी भण्डारतल, पूर्वी व पश्चिमी बारीनगर, गुरूमेला, दुर्गापुर आदि पंचायतों के बाद पीड़ित गांवों से बाढ़ को पानी निकलने से चारो ओर गंदगी का अंबार फैला हुआ है. कई स्थानो में गंदगी से फैली बदबू के कारण महामारी की आशंका जतायी है. गांवो की सड़कें पुलिया चबुतरा पानी में बह गया है. गांवो की दर्जनों चापाकल जो बाढ़ के पानी में डुब गया था. बाढ़ का पानी निकलने के बाद उक्त चापाकल का पानी पीना स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है. मोहना चांदपुर पंचायत के मुखिया ब्रम्हानंद साह, कांतनगर मुखिया रंजीत झा, शिशिया मुखिया अंजुमन आरा, बैसा गोविंदपुर मुखिया मतिउर रहमान, सुखासन मुखिया बीबी हवानूर, गुरूमेला मुखिया राकेश कुमार ने पदाधिकारी से बाढ़ क्षेत्रों में ब्लीचिंग पाउडर, दवाई की पूरी व्यवस्था करने की अपील की है.