रेलवे पदाधिकारी व कर्मचारी हिंदी में करें काम

कटिहार : हिंदी राजभाषा सप्ताह समारोह को लेकर सोमवार को कटिहार डीआएम भवन के सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डीआरएम ने की. मौके पर डीआरएम ने कार्यक्रम में उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर देश की अपनी राजभाषा होनी चाहिए. देवनागरी को ही राज्यभाषा की मान्यता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2016 7:40 AM

कटिहार : हिंदी राजभाषा सप्ताह समारोह को लेकर सोमवार को कटिहार डीआएम भवन के सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डीआरएम ने की. मौके पर डीआरएम ने कार्यक्रम में उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर देश की अपनी राजभाषा होनी चाहिए.

देवनागरी को ही राज्यभाषा की मान्यता दी गयी है. देश के एक सौ करोड़ लोग हिंदी भाषा का प्रयोग करते है. अगर कोई कहता है कि अंग्रेजी के बिना देश का विकास संभव तो यह गलत है. श्री यादव ने कहा कि अगर ऐसी बात होती तो जपान, इटली सहित अन्य देशों का विकास संभव नहीं आज यह देश विकासशील देशों की श्रेणी में आते है. क्योंकि इन देशों में राज्य भाषा का प्रयोग ही किया जाता है. हिंदी राजभाषा सप्ताह को लेकर डीआरएम उमांशकर यादव ने कहा कि रेलवे पदाधिकारी व कर्मचारी अपने पदनाम सहित अन्य कार्य हिंदी में ही करें.

कवि सम्मेलन सहित क्विज प्रतियोगिता का आयोजन : राज्यभाषा सप्ताह के दौरान सभागार में क्वीज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें एडीआरएम डीएल मीणा ने सभागार में उपस्थित पदाधिकारियों से अंग्रेजी में सवाल पुछकर उसका हिंदी रूपांतरण करने को कहा. इस प्रतियोगिता में जिन अधिकारियों ने क्वीज प्रतियोगिता में पुछे गये सवाल के सही जबाब दिये. उसे डीआरएम ने पुरूस्कार देकर सम्मानित किया . मौके पर एडीआरएम डीएल मीणा, सिनियर डीसीएम पवन कुमार, सिनियर डीएम ई सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे.
कवि सम्मेलन का आयोजन
हिंदी राजभाषा सप्ताह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को लेकर रेलवे सोमवार की संध्या कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उदघाटन डीआएम ने की. इस मौके पर कवियों ने अपने कला का बेहतर प्रदर्शन किया. जिसका लुत्फ रेलवे अधिकारी व उसके परिजनों व कर्मियों ने उठाया. डीआरएम ने इस मौके पर कहा कि हिंदी देवनागरी को राजभाषा का सम्मान आज नही तो कुछ वर्ष बाद निश्चित ही मिलेगी. देश का राजभाषा हिंदी है जिसका अधिकारी हमें मिलना ही चाहिए.

Next Article

Exit mobile version