अय्याश पिता ने तीन नाबालिग बेटियों को देह व्यापार में धकेला

कटिहार : एक अय्याश पिता ने कुछ पैसों की खातिर अपनी तीन-तीन बेटियों को यूपी ले जाकर देह व्यापार की मंडी में जल्लाद के हाथों बेच दिया. घटना जिले के रौतारा थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय के नजदीक रहनेवाले एक परिवार की है. हाल ही में तीन बहनों में एक बहन वहां से किसी तरह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2016 12:00 AM

कटिहार : एक अय्याश पिता ने कुछ पैसों की खातिर अपनी तीन-तीन बेटियों को यूपी ले जाकर देह व्यापार की मंडी में जल्लाद के हाथों बेच दिया. घटना जिले के रौतारा थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय के नजदीक रहनेवाले एक परिवार की है. हाल ही में तीन बहनों में एक बहन वहां से किसी तरह भाग कर कटिहार अपने घर पहुंची. पीड़िता के यहां आने के कुछ दिन बाद ही यूपी से कुछ लोग आये और पुन: उसे ले जाने का प्रयास किया. इसका पीड़िता व उसकी मां सहित ग्रामीणों ने विरोध किया. इस वजह से उसे वहां नहीं ले जाया सका है. घटना के बाद पूरा परिवार दहशत के साये में जी रहा है.

पुलिस की आेर से नहीं की गयी कार्रवाई

पीड़िता ने घटना के संबंध में रौतारा पुलिस को जानकारी देकर कार्रवाई करने एवं सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है. लेकिन पुलिस की ओर से किसी तरह की कोई कार्रवाई अब तक नहीं की गयी है. कार्रवाई नहीं होता देख पीड़िता ने भूमिका विहार के पदाधिकारियों से मिल कर न्याय की गुहार लगायी है. पीड़िता ने बताया कि करीब तीन वर्ष पूर्व 20 दिसंबर 2013 को उसका अय्याश पिता उसे मुंशी पुलिया इंदिरा नगर लखनऊ लेकर गया था. जहां पहले से ही लड़कियों के साथ देह व्यापार का धंधा हो रहा था.

इसके पूर्व वे अपने दो बेटियों को लखनऊ में ले जाकर जल्लादों के हवाले कर चुका था. बड़ी बेटी ने तो किसी तरह इस पेशे को अपना लिया. लेकिन वो आजतक लापता है. बीच बाली बेटी ने इसका विरोध किया तो उसे पागल करार दे दिया गया. तीन महीने तक लखनऊ के रकाबगंज स्थित पीर मजार स्थान में एक नीम के पेड़ में जंजीरों से जकड़ कर पागलों की तरह रखा गया. फिर उसी तरह जंजीर में बांध देह व्यापार करने को विवश किया गया. उस वक़्त उसकी उम्र करीब 15 वर्ष थी और नाबालिग थी.

हाथ के नस को काटा

दूसरी बहन की उम्र 14 वर्ष थी और वह आठवीं की छात्रा थी. उसके साथ भी डेढ़ वर्षो तक मऊ शहर के अस्तपुरा में शोषण किया जाता रहा. इसी बीच पीड़िता ने जब एक बार भागने का प्रयास किया तो महिला बिचौलिया संजू देवी ने उसके हाथ के नस को काट दिया. दुबारा भागने पर जान से मारने की धमकी दी गयी. इस बार वह किसी तरह जान बचा कर कटिहार अपने घर भाग आयी. स्थानीय सरपंच की मदद और स्थानीय पंचायती के बाद से पुनः अपने मां के पास रहने लगी.लेकिन इस बात की चर्चा कहीं भी नहीं करने की हिदायत पंचायत ने दी है. ताकि गांव का नाम बदनाम न हो और परिवार की इज्जत भी बची रहे.

पिता लखनऊ में इसी धंधे में लिप्त

पीड़िता ने बताया कि पिता आज भी फरार हैं और लखनऊ में ही रह कर इसी धंधे में अब भी लिप्त है. हद तो तब हो गयी जब धंधे में शामिल लोग उसके घर पर आ धमके और पीड़िता को जबरन यूपी ले जाने पर अड़ गये. इस डर के बाद पूरा परिवार रौतारा पुलिस की शरण में गया लेकिन वहां किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली है. इधर स्थानीय लोग भी खुलकर लड़की के पक्ष में उतर आये हैं. इस मामले को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है. जबकि कटिहार पुलिस ऐसे संगीन मामले पर चुप्पी साधे हुए है.तीन दिनों से लड़की और उसके परिजनों को टहलाया जा रहा है. इधर पीड़िता ने भूमिका विहार के पदाधिकारियों से मिलकर न्याय की गुहार की है.

क्या कहती हैं महिला थानाध्यक्ष

महिला थानाध्यक्ष किरण कुमारी ने बताया कि सोमवार को पीड़िता थाना पहुंची थी. लेकिन उसने किसी तरह की लिखित शिकायत अब तक नहीं की है. लिखित शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जायेगी. वहीं रौतारा थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि हमें भी इसकी जानकारी मिली है, जांच की जा रही है.

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