नया जूट मिल खुलने के इंतजार में मिल मजदूर
कटिहार : एनजेएमसी की इकाई आरबीएचएम जूट मिल बंद हो जाने से कई मजदूर जहां बेरोजगार हो गये हैं. वहीं मिल बंदी के कारण इनके समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. आठ जनवरी 2016 को राहुल इंटरप्राइजेज से बकाये का भुगतान मांगने पर मिल को बंद कर दिया गया. इस तारिख से […]
कटिहार : एनजेएमसी की इकाई आरबीएचएम जूट मिल बंद हो जाने से कई मजदूर जहां बेरोजगार हो गये हैं. वहीं मिल बंदी के कारण इनके समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. आठ जनवरी 2016 को राहुल इंटरप्राइजेज से बकाये का भुगतान मांगने पर मिल को बंद कर दिया गया. इस तारिख से अब तक मिल बंद है.
मिल बंद होने के बाद काफी हो हल्ला किया गया. लेकिन मिल नहीं खुल सका. मिल बंदी के दौरान श्रमिक नेता, मजदूर डीएम से लेकर एनजेएमसी के निदेशक तक को मिल खुलवाने की दिशा में मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. लेकिन मामले का हल नहीं हुआ. नतीजतन मिल मजदूर भूखे रहने को विवश हैं. मिल मजदूर अब भी आस में है कि मिल एक ना एक दिन खुलेगा.
मिल में लगभग एक हजार मजदूर काम कर रहे थे और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे. मिल मजदूर और उनके परिवार को मिलाकर करीब दो हजार लोगों को रोजी रोजगार चलता था. मिल बंद होने से इनका रोजी रोजगार छिन गया है.
एनजेएमसी के निदेशक ने क्या कहा था :
एनजेएमसी के निदेशक कौशल भादुड़ी ने प्रभात खबर को बताया था कि मिल खुलवाने की दिशा में कपड़ा मंत्रालय से बातचीत जारी है. लेकिन इस बातचीत का छह माह बीतने के बावजूद भी आजतक मिल चालू नहीं हो पाया.