दो दिनों में कोहरे ने ले ली पांच की जान
ट्रक से रविवार को एनएच-31 पर बाघमारा संपर्क सड़क पर दो की गयी जान, एक घायल कुरसेला : घने कोहरे से सड़कों पर जिंदगी बेमौत मरने लगी है. कोहरे ने सड़कों को खतरनाक बना दिया है. एनएच-31 व एसएच-77 के मार्गो से कुहासे को चीर कर गुजरना खतरों से खेलने जैसा हो गया है. सर्द […]
ट्रक से रविवार को एनएच-31 पर बाघमारा संपर्क सड़क पर दो की गयी जान, एक घायल
कुरसेला : घने कोहरे से सड़कों पर जिंदगी बेमौत मरने लगी है. कोहरे ने सड़कों को खतरनाक बना दिया है. एनएच-31 व एसएच-77 के मार्गो से कुहासे को चीर कर गुजरना खतरों से खेलने जैसा हो गया है. सर्द मौसम में कोहरे के प्रारंभ होते ही दो दिनों के भीतर कोढ़ा और कुरसेला में एनएच-31 पर पांच लोगों की मौत हो चुकी है. कोहरे के बीच मार्गों पर चलना अमूमन अंधेरे में चलने जैसा हो गया है. वाहनों की रोशनी रास्ता दिखाने के लायक नहीं रह जाती हैं. ऐसे में सड़कों पर परिचालन बेहद जोखिम भरा बन जाता है. बावजूद मार्गो पर वाहनों का आवागमन रुक नहीं पाता है. बदौलत दुर्घटनाओं में जिंदगियां बेमौत मारी चली जाती है.
प्रतिवर्ष कुहासे के वजह से अनेकों दुर्घटनाएं घटित हुआ करती हैं. इसके बावजूद घटित घटनाओं से सबक नहीं लिया जाता है. सरकारी स्तर पर घने कुहासे में सड़कों पर आवागमन करने पर रोक नहीं लग पाती है. मार्गों पर परिचालन करने के बीच परिवहन नियमों की अनदेखी की जाती है. रफ्तार को खतरो में रोकने के बदले जोखिम में आगे बढ़ता चला जाता है. राष्ट्रीय उच्च पथ व राज्य उच्च पथ आवागमन के लिये व्यस्तम मार्ग बन चुका है. ट्रक से रविवार को एनएच-31 पर बाघमारा संपर्क सड़क के करीब बाइक सवारों का दुर्घटना होना कुहासे का
अनदेखी करना माना जा रहा है. कोहरे के धुंध और जल्दी गंतव्य तक पहुंचने के इरोद से बाईक सवारो के लिये मौत बन गयी. घटना स्थल की स्थितियां दर्शाती है कि बाईक सवार को धूंध के आगे कुछ नहीं सूझा होगा और गलत दिशा में बाईक ले जाकर ट्रक में ठोकर मारी होगी. जिसमें बाइक और ट्रक की सड़को पर रफ्तार ररही होगी. इन हालात में दुर्घटना की स्थिति भयावह हो गयी. गति सीमा कुहासे में धीमा रहने से ही हादसो से बचाव हो सकता है.