हाड़ कंपा रही कड़ाके की ठंड
शीतलहर. ठंड के कारण घर में दुबकने को विवश हुए लोग, बढ़ी परेशानी अगले तीन-चार दिनों तक और सतायेगी ठंड लगातार सर्द पछुवा हवाओं के कारण बीते 24 घंटे में दिन व रात के तापमान में गिरावट आयी है. दोपहर बाद हल्की धूप निकलने के बावजूद ठंड व कंपकपी में कोई राहत लोगों को नहीं […]
शीतलहर. ठंड के कारण घर में दुबकने को विवश हुए लोग, बढ़ी परेशानी
अगले तीन-चार दिनों तक और सतायेगी ठंड
लगातार सर्द पछुवा हवाओं के कारण बीते 24 घंटे में दिन व रात के तापमान में गिरावट आयी है. दोपहर बाद हल्की धूप निकलने के बावजूद ठंड व कंपकपी में कोई राहत लोगों को नहीं मिल रही है. मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक ठंड और सतायेगी.
कटिहार : एक सप्ताह से चल रहा ठंड-ठिठुरन का दौर सोमवार को भी जारी रहा. लगातार सर्द पछुवा हवाओं के कारण बीते 24 घंटे में दिन व रात के तापमान में गिरावट आयी है. दोपहर बाद हल्की धूप निकलने के बावजूद ठंड व कंपकपी में कोई राहत लोगों को नहीं मिल रही है.
मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक ठंड और सतायेगी. जानकारों का कहना है कि इस वर्ष ठंड पहले आ गयी है. अमूमन इस तरह की ठंड दिसंबर के अंतिम सप्ताह से शुरू होता था, लेकिन इस वर्ष दिसंबर के दूसरे सप्ताह से ही लोगों को ठंड परेशान कर रही है. ठंड की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
लोगों की दिनचर्या पर भी ठंड का व्यापक असर पड़ा है. लोग सुबह में लेट तक सो रहे हैं. इसके साथ ही जरूरी काम पड़ने पर ही घरों से निकल रहे हैं. अन्यथा घरों में दुबकने को विवश हो रहे हैं. दोपहर में धूप खिलता है लेकिन इसका असर नहीं पड़ रहा है. शाम तीन बजे तक पुन: ठंड अपने शबाब पर पहुंच जाता है. शाम चार बजते ही लोग अपने घर लौटने पर विचार करने लगते हैं. जिसके कारण शाम में बाजार खाली हो जाता है. दुकानदार भी छह से सात बजे के बीच ही अपना दुकान बंद कर घर भागने के फेर में रहते हैं.
शाम होते ही बाजार हुआ खाली : कड़ाके की पड़ रही इंड की वजह से सोमवार को शाम पड़ते ही बाजार खाली हो गया. लोग ठंड से बचने के लिए अपने घरों में दुबकने को विवश हो गये. दरअसल इस वर्ष का सबसे अधिक ठंड का दिन सोमवार का रहा. ठंड की वजह से काफी कम लोग ही घर से निकले. धूप खिलने के बावजूद ठंड कम नहीं हुई. सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों वैसे आज बंद था. इसके कारण भी भीड़-भाड़ कम देखने को मिली. बाजार में इस कदर ठंड का असर है कि दुकानदार व व्यवसायी भी जल्दी अपना दुकान व व्यवसाय बढ़ाकर घर भागने के फेर में रहते हैं.
अलाव की नहीं हुई व्यवस्था : कनकनी वाली ठंड होने के बावजूद जिला प्रशासन व नगर निगम की ओर से अब तक शहर में कही भी अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. जिसके कारण फुटपाथ पर रहने वाले लोगों सहित रिक्शा, ऑटो चलाने वाले, मजदूर वर्ग सहित दूर-दराज से आने वाले लोगों को ठंड में घोर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सदर अस्पताल में आने5जाने वाले लोगों को इस भीषण ठंड में घोर परेशानी उठानी पड़ रही है. गाौरतलब हो कि सरकार की ओर से कटिहार जिले को अलाव की व्यवस्था के लिए राशि का आवंटन कर दिया गया है. बावजूद अलाव की व्यवस्था करने में जिला प्रशासन फेल साबित हो रहा है.
कटिहार : पछुआ हवा और शीतलहर के कारण कटिहार और आसपास के जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. मौसम विभाग के अनुसार अभी और 48 घंटे ऐसी ही स्थिति बने रहने का अनुमान लगाया गया. वही घने कोहरे की वजह से सोमवार को भी कटिहार रेल मंडल से होकर गुजरनेवाली करीब आधे दर्जन से अधिक ट्रैन अपने निर्धारित समय से विलंब से चल रही है. आनंद विहार से गुवाहाटी नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 18 घंटा 16 मिनट विलंब, दिल्ली से अलीपुर द्वार सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस 16 घंटा 44 मिनट विलम्ब, अमृतसर से कटिहार आने वाली आम्रपाली एक्सप्रेस 12 घंटा 40 मिनट, आनंद विहार से जोगबनी आने वाली सीमांचल सुपरफ़ास्ट ट्रेन अपने समय से 13 घंटा 56 मिनट विलंब, वहीं नयी दिल्ली से डिब्रुगढ़ जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस अपने समय से 9 घंटा 37 मिनट विलंब, लालगढ़ से डिब्रुगढ़ जाने वाली अवध असम एक्सप्रेस अपने समय से 6 घंटा 47 मिनट कटिहार जंकशन देरी से पहुंची.
शहर में गुलाबी ठंड अब हाड़ कंपा देने वाली ठंड में बदल गयी है. इसका असर इतना पड़ रहा है कि सुबह में माॅर्निंग वाक करने वाले लोगों की संख्या में कमी आ गयी है. खासकर बुजुर्गों ने सुबह में मार्निंग वाक करना छोड़ दिया है. इसी तरह युवाओं की संख्या में भी कमी आ गयी है. ठंड की वजह से पार्क, मैदान, सड़कों पर टहलने व दौड़ लगाने वालों में कमी आ गयी है. जब ठंड का असर कम था तो अहले सुबह से ही शहर की तमाम सड़कों, रेलवे मैदान, राजेंद्र स्टेडियम आदि जगहों पर वार्निंग वाक करने वाले लोगों की भीड़ लगी रहती थी. उन जगहों पर अब कम लोग देखे जा रहे हैं. दरअसल लगातार पारा नीचे ही गिरता जा रहा है. उसी तरह शीतलहर भी जोरों पर पड़ रही है. इससे ठंड बढ़ती ही जा रही है. जिसके कारण लोग घरों में दुबकने को विवश हो रहे हैं. लोग ऊपर से लेकर नीचे तक गरम कपड़ों से ढके दिख रहे हैं.