ट्रेन खुलते सवार हो जाते हैं अवैध हॉकर आरपीएफ की कार्रवाई बस स्टेशन तक

कटिहार : कटिहार रेलवे स्टेशन से ट्रेन छूटते ही ज्योंहि ट्रेन किसी दूसरे रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ट्रेन रुकती है, उसमें अवैध हॉकर सवार हो जाते हैं. आरपीएफ की कार्रवाई बस कटिहार रेलवे स्टेशन तक ही सिमट कर रह गयी है. यहां से ट्रेन खुलने के बाद दर्जनों की संख्या में अवैध होकर ट्रेनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2017 4:56 AM

कटिहार : कटिहार रेलवे स्टेशन से ट्रेन छूटते ही ज्योंहि ट्रेन किसी दूसरे रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ट्रेन रुकती है, उसमें अवैध हॉकर सवार हो जाते हैं. आरपीएफ की कार्रवाई बस कटिहार रेलवे स्टेशन तक ही सिमट कर रह गयी है. यहां से ट्रेन खुलने के बाद दर्जनों की संख्या में अवैध होकर ट्रेनों में सवार हो जाते हैं. इस वजह से यात्रियों की जान सांसत में दिखती है.

भले ही रेल प्रशासन रेल यात्रियों को सुखद व सुरक्षित यात्रा देने का दम भरती है. लेकिन वास्तविकता इससे कोसों दूर है. ट्रेन में यात्रियों के साथ घटित अपराधिक घटना, अपहरण सहित छेड़खानी आदि कई मामले सामने आते रहते है. वहीं नशा खुरानी गिरोह भी रेल यात्रियों को नशा खिलाकर उसके साथ अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते आ रहे है. आरपीएफ अवैध वेंडर के विरूद्ध नित्य कार्रवाई करती है. लेकिन महज यह खाना पूर्ती ही दिखती है. कटिहार प्लेटफॉर्म से ट्रेन खुलने के बाद ही एक स्टेशन को छोड़ उसपर अवैध हॉकर सवार हो जाते है. खासकर कटिहार- मनिहारी, कटिहार-
बरौनी, कटिहार- जोगबनी सहित कटिहार- मालदा व कटिहार- एनजेपी रेलखंड पर अवैध हॉकर की भरमार रहती है. उनकी संख्या भी इतनी अत्याधिक रहती है कि अगर ट्रेन में अधिक भीड़ हो तो अवैध हॉकर यात्रियो को परेशान कर अपनी दूकान ट्रेन पर चलाते दिखते है. उन अवैध हॉकरों में यह भी भय नही रहता है कि ट्रेन में स्कावयड पार्टी व आरपीएफ बल भी चेकिंग करती है तो फिर अवैध हॉकर ट्रेन में किस प्रकार से सवार होते हैं.
नशा खुरानी गिरोह भी सक्रिय : ट्रेनों में अक्सर यात्री नशा खुरानी गिरोह का शिकार हो जाता है. उनकी गाढ़ी कमायी नशाखुरानी गिरोह लूट कर निकलते बनते. जिसमें खान- पान के समान में नशा खुरानी गिरोह के लोग नशा मिलाकर यात्री को नशा खिलाकर उसे लूट लेते है. नशे के कारण अचेता अवस्था में रेल यात्री कई सौ किलोमीटर की दूरी तय करने के कारण उसकी स्थिति गंभीर हो जाती और उसकी मौत् भी हो जाती .
बीते वर्ष पूर्व तीन रेल यात्रियो की मौत भी संदेहास्मद स्थिति अत्याधिक नशे के कारण हो चुकी है. हालांकि इन घटनाओं पर अवैध वेंडर का कोई रोल नही है लेकिन पुलिस मानती है कि कहीं न कहीं अवैध वेंडर के कारण भी इस प्रकार की घटना ट्रेन में घटित होती है. बावजूद कटिहार प्लेटफॉर्म से ट्रेन खुलने पर एक स्टेशन बाद ही उसमें अवैध हॉकर सवार हो जाते है.
बोले आरपीएफ अधिकारी
आरपीएफ अधिकारी ने कहा कि अवैध हॉकर को लेकर आरपीएफ लगातार छापेमारी अभियान चलाते रहता है. कटिहार प्लेटफॉर्म व ट्रेनों में भी चेकिंग अभियान चलाकर अवैध वेंडर को गिरफ्तार करते रहता है.

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