कटिहार में अब तक 1206.30 मीटरिक टन ही धान खरीद

कटिहार : जिले में किसानों का धान समर्थन मूल्य पर खरीदने में कई तरह का पेच अब भी फंसा है. इस वजह से किसानों को एक तरफ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो दूसरी तरफ पंजीकृत किसानों को धान बेचने में परेशानी हो रही है. पैक्स की ओर से किसानों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2017 4:45 AM

कटिहार : जिले में किसानों का धान समर्थन मूल्य पर खरीदने में कई तरह का पेच अब भी फंसा है. इस वजह से किसानों को एक तरफ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो दूसरी तरफ पंजीकृत किसानों को धान बेचने में परेशानी हो रही है. पैक्स की ओर से किसानों से खरीदे गये धान से तैयार किये गये चावल एसएफसी की ओर से नहीं लिए जाने की वजह से किसानों को भुगतान करने में भी कठिनाई हो रही है.

उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर धान अधिप्राप्ति की अधिसूचना के दो माह पूरा होने को है. लेकिन जिले में धान खरीद की स्थिति ठीक नहीं है. सोमवार के सवेरे तक मात्र 1206.30 मीटरिक टन धान की खरीद की जा सकी है. जबकि कटिहार जिले में धान खरीद का लक्ष्य 65000 मीटरिक टन रखा गया है. जिला सहकारिता विभाग के अनुसार अब तक 154 किसानों का धान खरीदा गया है. जबकि धान बेचने को इच्छुक किसानों की ओर से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी किया जा रहा है. हालांकि किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
दूसरी तरफ जो किसान रजिस्ट्रेशन कराये हैं, उनमें से अधिकांश का आवेदन भी अपूर्ण है. वहीं जिन किसानों का आवेदन स्वीकृत किया गया है, उनका धान भी नमी की वजह से नहीं खरीदा जा रहा है. धान खरीद नहीं होने से किसान विवश होकर औने पौने कीमत पर स्थानीय व्यापारी के पास बेचने को मजबूर है. जिले में 114 पैक्स को समर्थन मूल्य पर किसानों का धान खरीद करने का निर्देश दिया गया है.
औने-पौने कीमत पर धान बेचने को मजबूर हैं किसान : सरकार की अधिसूचना के बाद भी किसानों से समर्थन मूल्य पर धान नहीं खरीदने से किसान धान स्थानीय व्यापारी के पास औने-पौने कीमत पर बेचने को विवश हैं. किसान स्थानीय व्यापारी के पास 1100-1200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान बेचने को मजबूर हैं. विभाग नमी का हवाला देकर किसानों से धान नहीं खरीद रहा है.
अबतक पैक्स की ओर से मात्रा 1206.30 मीटरिक टन धान की खरीद की गयी है, जबकि सोमवार की सवेरे तक कटिहार जिले से कुल 3959 किसानों ने धान बेचने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया, इसमें से 2008 किसानों का आवेदन पूर्ण रूप से सही पाया गया है. इसमें से 1596 पंजीकृत किसानों को सत्यापित कर इसके धान क्रय के लिए संबंधित पैक्स व व्यापार मंडल को भेजा गया है.
31 जनवरी तक किसान करा सकते हैं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन : इस बीच विभाग ने धान बेचने के लिए किसानों को 31 जनवरी तक हर हाल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने की तिथि निर्धारित की है. विभागीय सूत्रों की माने तो इसके बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बंद हो जायेगा. उल्लेखनीय है कि इस बार धान बेचने के लिए किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने की अनिवार्यता रखी गयी है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए भूमि स्वामित्व प्रमाणपत्र, करंट लगान रसीद, पहचान पत्र सहित कई कागजात की जरूरत पड़ती है. इन्हीं कागजात को जुटाने में किसानों को मशक्कत करनी पड़ती है. हालांकि एलपीसी सहित अन्य दस्तावेज तैयार करने के लिए जिला पदाधिकारी ललन जी ने सभी अंचल पदाधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया गया. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ अलग ही है. विदित हो कि कटिहार जिले में 70 हजार हैक्टेयर में इस बार धान की खेती की गयी थी.
समर्थन मूल्य पर धान नहीं खरीदे से परेशान हैं क्षेत्रीय िकसान
किसानों के धान खरीद में हो रही कठिनाई से आक्रोश भी व्याप्त है. सरकार की व्यवस्था पर खासकर किसान तथा उनके प्रतिनिधि सवाल खड़ा कर रहे हैं. हसनगंज के प्रगतिशील किसान त्रिवेणी प्रसाद मंडल ने कहा कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में किसानों को परेशानी हो रही है. इसे लिए सजह व्यवस्था की जा रही है. डंडखोरा किसान मंच के अध्यक्ष सुबोध विश्वास ने कहा कि किसान को कई तरह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 48 घंटा में भुगतान का सरकारी दावा भी फेल हो रहा है. पैक्स अध्यक्ष अपनी कठिनाई सुनाकर किसानों को संतुष्ट करना चाहते हैं. जिला जनसंघर्ष मोरचा के अध्यक्ष प्रो आर एन मंडल ने कहा कि सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के बाद किसानों के धान क्रय करने का शर्त रखकर कई तरह की परेशानी किसानों को उठाना पड़ रहा है. वहीं पूर्व मुखिया जगदीश साह ने कहा कि कैंप लगाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने की व्यवस्था करनी चाहिए. साथ ही पर्यवेक्षण और निगरानी भी प्रभावी तरीके से होना चाहिए.
जिला का लक्ष्य – 65000 मीटरिक टन
कुल आवेदन- 3959
अपूर्ण आवेदन- 1958
पूर्ण आवेदन- 2008
रैयत कृषक की संख्या- 346
पैक्स के लिए अग्रसारित आवेदन- 1596
समर्थन मूल्य-1470 रुपया प्रति क्विंटल साधारण
ग्रेड-ए धान- 1510 रुपया प्रति क्विंटल
धान खरीद के बाद दिया है भुगतान का िनर्देश
धान खरीद में तेजी आ रही है. सोमवार को समीक्षा बैठक में चावल राज्य खाद्य निगम देने संबंधी आ रही समस्या को लेकर चर्चा हुई. समस्या का समाधान कर किसानों को धान क्रय के विरुद्ध शीघ्र भुगतान का निर्देश दिया गया है. किसान 31 जनवरी तक ही धान बेचने के लिए ऑनलाइन रजिस्टेशन करा सकते हैं.
आरएन पांडेय, िजला सहकािरता पदािधकारी

Next Article

Exit mobile version