कटिहार : केंद्र सरकार द्वारा भारतीय चिकित्सा परिषद में संशोधन को लेकर की जा रही पहल के विरोध में बुधवार को कटिहार मेडिकल कॉलेज के प्रांगण में चिकित्सक व अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी चिकित्सकों एवं छात्र-छात्रा सरकार से संशोधन बिल वापस लेने की मांग कर रहे थे.
आइएमए की जिला शाखा के तत्वावधान में आयोजित इस प्रदर्शन के बारे में शाखा के जिला सचिव डॉ के के मिश्रा ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा छात्रों का नेशनल एग्जिट टेस्ट के विरोध में यह प्रदर्शन है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारतीय चिकित्सा परिषद द्वारा देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के एमबीबीएस डिग्री एवं वर्षीय इंटर्नशिप के बाद स्थायी निबंधन तथा प्रैक्टिस के लिए इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट में संशोधन कर नेशनल एग्जिट टेस्ट का प्रस्ताव को एक्ट के रूप में लाने जा रही है.
इसी का विरोध देशभर में किया जा रहा है. चिकित्सक डॉ गाजी शारिक अहमद ने कहा कि वर्तमान में एमसीआइ को यह अधिकार है कि वह देश के प्रति विश्वविद्यालय कॉलेजों के एमबीबीएस परीक्षा का निरीक्षण कर उसके मानक स्तर को सुनिश्चित करे. ऐसी स्थिति में दूसरी परीक्षा यानी नेशनल एग्जिट टेस्ट का क्या औचित्य है. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित अधिनियम को वापस लेने की मांग की. इस अवसर पर डॉ आर बी गुप्ता, डॉ रिजवान, डॉ पी के अग्रवाल, डॉ प्रेम रंजन सहित कई चिकित्सकों ने भी सहयोग किया.