मनरेगा मजदूरों को नहीं मिल रहा काम, पलायन को मजबूर
कदवा : मनरेगा योजना के कार्य में घोर अनियमितता बरती जा रही है. जहां मजदूरों से काम लेना है वहां जेसीबी से काम हो रहा है. जिसके कारण जॉब कार्डधारी मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. मजदूर काम के अभाव में पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं. आधुनिक मशीनों का उपयोग मनरेगा कार्य […]
कदवा : मनरेगा योजना के कार्य में घोर अनियमितता बरती जा रही है. जहां मजदूरों से काम लेना है वहां जेसीबी से काम हो रहा है. जिसके कारण जॉब कार्डधारी मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. मजदूर काम के अभाव में पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं. आधुनिक मशीनों का उपयोग मनरेगा कार्य में होने से दिन प्रतिदिन मजदूरों के सामने भूखमरी उत्पन्नो रही है. देश के अन्य प्रदेशों में रोजगार यानी मजदूरी के लिए पलायन करने को विवश हैं. जानकारी के अनुसार कदवा प्रखंड के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में जॉब कार्डधारी मजदूर रहने के बाद भी आधुनिक यंत्रों जैसे ट्रैक्टर, जेसीबी आदि कार्य कराया जा रहा है.
इस सन्दर्भ में मनरेगा से संबंधित पदाधिकारियों से पूछे जाने पर बताया कि आधुनिक यंत्र से काम कराने का प्राक्कलन तैयार किया गया है. आश्चर्य पहलु तो यह है कि मनरेगा मजदूरों को नियमित काम मिले इसके लिए है. परंतु पर्याप्त मात्रा में मजदूर बेरोजगार रहने के बावजूद भी आधुनिक यंत्र द्वारा कार्य कराया जाना कितना युक्ति संगत है. यह अपने आप में एक बड़ा प्रश्न है. इतना ही नहीं अगर कहीं मजदूरों द्वारा कार्य कराया जा रहा है तो उसमें अधिकांश ठेके के मजदूर ही शामिल हैं. यहां तक कि ऐसे भी मजदूर हैं जो निजी कंपनी द्वारा सरकारी संस्थान में मानदेय पर 30 दिन कार्यरत हैं.