30 बेडेड सीएससी बनेगा डंडखोरा पीएचसी
खुशखबरी. लंबे समय से हो रही थी कवायद, तत्कालीन मंत्री चौबे ने किया था शिलान्यास डंडखोरा पीएचसी को अपग्रेड कर 30 बेड का सीएससी बनाने की िदशा में राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से पहल शुरू हो गयी है. इसकी मांग इलाके के लोग लंबे समय से कर रहे थे. डंडखोरा : स्थानीय रेलवे स्टेशन […]
खुशखबरी. लंबे समय से हो रही थी कवायद, तत्कालीन मंत्री चौबे ने किया था शिलान्यास
डंडखोरा पीएचसी को अपग्रेड कर 30 बेड का सीएससी बनाने की िदशा में राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से पहल शुरू हो गयी है. इसकी मांग इलाके के लोग लंबे समय से कर रहे थे.
डंडखोरा : स्थानीय रेलवे स्टेशन समीप स्थित वर्षों से लंबित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपग्रेड कर 30 बेड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निर्माण की दिशा में राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से पहल शुरू कर दी गयी है. उल्लेखनीय है कि ढाई-तीन वर्षों से डंडखोरा पीएचसी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का मामला चल रहा है. तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे की ओर से जब कदवा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का शिलान्यास किया गया था, तभी से डंडखोरा में सीएससी के लिए पहल शुरू हुई. बाद में डंडखोरा पीएचसी रोगी कल्याण समिति के की ओर से बैठक में इस आशय से संबंधित प्रस्ताव भी पारित किया गया था.
साथ ही कई स्थानीय संगठनों की ओर से विभिन्न स्तरों पर इसकी मांग की गयी थी. राज्य सरकार ने जिले में सभी 16 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को अपग्रेड कर 30 बेड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने का फैसला लिया. राज्य सरकार के फैसले के तहत ही दो वर्ष पूर्व डंडखोरा पीएचसी को भी सीएससी में अपग्रेड करने का निर्णय राज्य स्वास्थ्य समिति ने ले लिया. दो वर्ष पूर्व ही भवन निर्माण को लेकर मिट्टी जांच भी कराया गया. बिहार चिकित्सा सेवा एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के की ओर से निविदा भी निकाली गयी. बाद में वह निविदा रद्द कर दी गयी. निगम के की ओर से दूसरी बार मई 2016 में निविदा निकाली गयी. विभागीय सूत्रों के अनुसार अब भवन निर्माण प्रक्रिया में तेजी आयेगी. सीएससी बन जाने के बाद प्रखंड के आम लोगों को इससे काफी फायदा पहुंचेगा.
स्थानीय संगठनों ने उठायी थी मांग : पीएचसी को अपग्रेड कर सीएससी बनाने के लिए दो वर्ष पूर्व रोगी कल्याण समिति की बैठक में प्रस्ताव लेकर सरकार को भी भेजा गया था. बेड के अभाव में रोगियों को होने वाली परेशानी से भी अवगत कराया गया था. पूर्व प्रमुख सूरज साह ने कहा कि जब वह रोगी कल्याण समिति के सदस्य थे. तभी इस आशय से संबंधित प्रस्ताव लेकर सरकार को भेजा गया था. साथ ही डंडखोरा विकास मंच के की ओर से भी राज्य सरकार मांग पत्र भेजा गया था. मंच के अध्यक्ष विजय झा ने कहा कि पीएचसी को अपग्रेड कर सीएससी बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार ने दिया है.
मंच की ओर से दो वर्ष पूर्व भी मुख्यमंत्री व तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री एवं विभागीय सचिव को पत्र लिखकर सीएससी की मांग की गयी थी. कदवा में जब तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री ने सीएससी का शिलान्यास किया था तो उसी समय से डंडखोरा में भी सीएससी बनाने की मांग उठी थी. बाद में राज्य सरकार ने सभी पीएचसी को सीएस बनाने को लेकर निर्णय ले लिया. जिससे डंडखोरा स्वत: ही सीएससी में शामिल हो गया है. इधर जनप्रतिनिधियों की ओर से पीएचसी से सीएससी में अपग्रेड होने को लेकर श्रेय लेने की होड़ लगी है.
सीएससी के लिए दो वर्ष पहले से चल रही प्रक्रिया
डंडखोरा पीएचसी को अपग्रेड को 30 बेड का अस्पताल बनाने की प्रक्रिया दो वर्ष पूर्व से चल रही है. राज्य सरकार के की ओर से दो वर्ष पूर्व सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को अपग्रेड कर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य बनाने का निर्णय लिया गया था. उसी निर्णय के आलोक में डंडखोरा पीएचसी को सीएससी के लिए भवन निर्माण को लेकर बिहार चिकित्सा सेवा एवं आधारभूत संरचना. निगम लिमिटेड के की ओर से निविदा भी निकाली गयी थी. बाद में वह निविदा को रद्द कर मई 2016 में फिर से निविदा निकाली गयी है. विभागीय सूत्रों के अनुसार डंडखोरा सीएससी के लिए भवन निर्माण की प्रक्रिया अब रफ्तार पकड़ेगी. विभागीय सूत्रों की माने तो चरणबद्ध रूप से विभाग की ओर से सभी पीएचसी को अपग्रेड कर सीएससी बनाने का काम चल रहा है. सीएससी बनने के बाद आम लोगों को इसका काफी लाभ मिलेगा.