कटिहार पहुंची आंच, पूर्व डीएम रह चुके हैं सुधीर
बीएसएससी घोटाला. खुल रही परत-दर-परत कटिहार : बिहार कर्मचारी चयन आयोग की ओर से प्रथम इंटर स्तरीय संयुक्त परीक्षा के परचा लीक मामले की आंच अब कटिहार तक पहुंच गयी. मामले में आयोग के अध्यक्ष व कटिहार के पूर्व डीएम सुधीर कुमार, कटिहार के एक सेटर सहित पांच लोगों की एसआइटी की ओर से की […]
बीएसएससी घोटाला. खुल रही परत-दर-परत
कटिहार : बिहार कर्मचारी चयन आयोग की ओर से प्रथम इंटर स्तरीय संयुक्त परीक्षा के परचा लीक मामले की आंच अब कटिहार तक पहुंच गयी. मामले में आयोग के अध्यक्ष व कटिहार के पूर्व डीएम सुधीर कुमार, कटिहार के एक सेटर सहित पांच लोगों की एसआइटी की ओर से की गयी गिरफ्तारी से न केवल राज्य सरकार की पोल खुल गयी है, बल्कि मीडिया में आने के बाद जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को परचा लीक मामले में कटिहार शहर के शरीफगंज निवासी सज्जाद अहमद की भी गिरफ्तारी हुई है. अहमद पर आरोप है कि वह परचा लीक मामले में सेटर की भूमिका में था.
हालांकि शनिवार को शरीफगंज स्थित उसके आवास पर सन्नाटा पसरा था. वहीं आसपास के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार सज्जाद का कटिहार शरीफगंज स्थित आवास हमेशा बंद रहता है तथा स्थानीय लोगों से मेलजोल काफी कम है. स्थानीय स्तर पर आलीशान भवन को लेकर भी तरह तरह की चर्चा होती रहती है. स्थानीय लोगों के अनुसार सज्जाद क्या करता है, लोगों को मालूम नहीं है. सज्जाद विवाहित है तथा उसको दो पुत्र हैं, जो सज्जाद के साथ ही पटना में रहते हैं.
साक्षरता घोटाले में भी फंसे पूर्व िजलािधकारी
एसआइटी की ओर से वरिष्ठ आइएएस अधिकारी व बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार को परचा लीक मामले में गिरफ्तार किये जाने की सूचना कटिहार जिले में आग की तरह फैल गयी. दरअसल सुधीर कुमार 13 जनवरी 2004 से तीन जनवरी 2005 तक कटिहार के जिला पदाधिकारी के रूप में पदस्थापित थे. यही वजह है कि शुक्रवार को हुई उनकी गिरफ्तारी के बाद कटिहार जिले के राजनीतिक व प्रशासनिक महकमे में चर्चा का विषय बना रहा है. उल्लेखनीय है कि 23 अक्तूबर 2001 से चार जनवरी 2003 तक जिला पदाधिकारी लक्ष्मीकांत भी साक्षरता घोटाला में फंसे थे. हालांकि बड़े अधिकारियों के घोटाले व अन्य अनियमितता के मामलों में फंसे रहने का मामला समय-समय पर उजागर होता रहा है. ताजा मामला कटिहार के पूर्व डीएम सुधीर कुमार को लेकर एसआइटी की ओर से उनकी गिरफ्तारी का है. उनकी गिरफ्तारी के बाद जिले में तरह तरह की चर्चा शुरू हो चुकी है.
13 जनवरी 2004 से तीन जनवरी 2005 तक कटिहार डीएम थे सुधीर
23 अक्तूबर 2001 से 4 जनवरी 2003 तक पूर्व डीएम लक्ष्मीकांत भी फंसे थे साक्षरता घोटाले में