गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क जाम

महादलित टोला निवासी गीता देवी की गला रेत कर की गयी थी हत्या तीन दिनों में गिरफ्तारी नहीं, तो फिर आंदोलन फलका : थाना क्षेत्र के गिरियामा महादलित टोला निवासी गीता देवी की पिछले गुरुवार को गला रेतकर निर्मम हत्या करने पर अपराधियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध में मंगलवार को आक्रोशित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2017 3:10 AM

महादलित टोला निवासी गीता देवी की गला रेत कर की गयी थी हत्या

तीन दिनों में गिरफ्तारी नहीं, तो फिर आंदोलन

फलका : थाना क्षेत्र के गिरियामा महादलित टोला निवासी गीता देवी की पिछले गुरुवार को गला रेतकर निर्मम हत्या करने पर अपराधियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध में मंगलवार को आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों ने गिरियामा चौक के समीप फलका-कोढ़ा पथ को चार घंटे के लिए जाम कर दिया. सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक जाम रखा. बड़े सहित महिला और बच्चे हाथों में लाठी डंडे, हांडी व झाड़ू से लैस होकर सड़क पर उतड़कर जमकर बवाल काटा.

साथ ही उग्र लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. सूचना पाकर फलका थाना के पुअनि अजय कुमार सदलबल के साथ वहां पहुंचकर समझाने का प्रयास कर रहे थे. आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर ही हल्ला बोल दिया. स्थानीय पुलिस को भी उग्र लोगों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा. मृतका गीता देवी के पति विकास राम सहित अन्य लोगों का कहना था कि भरसिया सायकिल चौक निवासी मुख्तार और अन्य ने मिलकर गीता देवी की हत्या की है. उसे अविलंब गिरफ्तार करो साथ ही पुलिस प्रसासन के विरुद्ध नारे लगा रहे थे. गौरतलब हो कि पिछले दिनों मघेली के सिसुवा धार के पानी से बोरी में बरामद शव तेज धार हथियार से गला रेत कर हत्या की हुई थी. स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि महिला के साथ दुष्कर्म कर बेरहमी से हत्या कर दी गयी है. मामले में स्थानीय थाना में अज्ञात के विरुद्ध हत्या का कांड भी दर्ज हुआ है. जबकि गिरियामा गांव के चर्चा पर यकीन करें तो प्रेम-प्रसंग के कारण हत्या हुई है. एक दिन बाद शुक्रवार को अज्ञात शव की गिरियामा निवासी गीता देवी के रूप में शिनाख्त हुई. विरोध में मंगलवार को सड़क जाम व बवाल के बाद में थाना प्रभारी रंजीत कुमार चौधरी, क्षेत्रीय जिला पार्षद अंजना, राजद अध्यक्ष अनिल यादव, विनोद यादव, जियाउल हुसैन, तफ्सील, फसी अहमद आदि के समझाने व तीन दिन में आरोपितों को गिरफ्तार करने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ. ग्रामीणों ने तीन दिनों के भीतर गिरफ्तारी नहीं होने पर पुनः सड़क जाम करने की चेतावनी दी है.

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