अपर समाहर्ता ने अंचल कार्यालय का किया निरीक्षण

परिमार्जन व नामांतरण के लंबित मामले के निष्पादन का दिया निर्देश

By Prabhat Khabar News Desk | October 26, 2024 10:29 PM

डंडखोरा. अपर समाहर्ता सुमन प्रसाद साह ने शनिवार को अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान बीडीओ शुभम प्रकाश, सीओ सादी रउफ, राजस्व अधिकारी चंदन कुमार मुख्य रूप से मौजूद थे. अपर समाहर्ता ने भूमि का नामांतरण, परिमार्जन, बंदोबस्त पर्चा, बासगीत पर्चा, जाति, आवासीय, आय, प्रमाणपत्र से संबंधित आवेदन के निष्पादन की समीक्षा की. जांच के दौरान भूमि का नामांतरण एवं परिमार्जन में ज्यादा पेंडिंग आवेदन मिला. जिसको लेकर अंचलाधिकारी को त्वरित कार्रवाई करते हुए जल्द से जल्द निष्पादन करने का निर्देश दिया. इस बीच दर्जनों की संख्या में प्रखंड के द्वाशय पंचायत के ग्रामीणों ने प्लस टू उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय द्वाशय एवं विद्यालय के खेल मैदान तक जाने वाले रास्ते का अतिक्रमण कर पक्का मकान एवं दुकान निर्माण तथा अंचलाधिकारी द्वारा इस विद्यालय की कुल तीन एकड़ भूमि के बदले मात्र दो एकड़ 76 डिसमिल जमीन का नामांतरण करने के मामले को लेकर अपर समाहर्ता से मिले. द्वाशय के ग्रामीण विजय कुमार यादव, बलदेव यादव, कपिलदेव यादव, श्याम लाल यादव, शंभू यादव, रामानंद साह, कृष्ण मोहन साह, जनार्दन यादव, बिंदेश्वरी यादव, उमेश कुमार यादव सहित दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि प्लस टू उत्क्रमित उच्च माध्यमिक द्वाशय व राजकीय मध्य विद्यालय द्वाशय एवं विद्यालय के खेल मैदान जाने का रास्ता सार्वजनिक हॉट के बगल से था. जिससे बच्चे, ग्रामीण, अभिभावक एवं अन्य लोगों का आवाजाही होता आ रहा है. विद्यालय के रास्ता को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग

ग्रामीणों ने अपर समाहर्ता को बताया कि खेल मैदान में कई राजनीतिक जनसभाएं भी होती रही है. कुछ लोगों द्वारा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जाने वाले तथा विद्यालय के खेल मैदान तक जाने वाली रास्ते में पक्का मकान एवं दुकान का निर्माण कराया जा रहा है. जबकि इस विद्यालय में हसनगंज, कदवा व डंडखोरा प्रखंड के कई गांव के बच्चे मैट्रिक, इंटर की पढ़ाई करने आते है. रास्ता अवरुद्ध होने के कारण इन बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने कहा है कि 1957 में विद्यालय एवं खेल मैदान के लिए चंद्रानंद मिश्रा, मंतर यादव, भुलाई यादव एवं फूदी यादव ने तीन एकड़ भूमि राज्यपाल के नाम से दान दिया गया था. साथ ही ग्रामीणों के सहयोग से विद्यालय के बगल में लगभग 65 साल से सार्वजनिक ग्रामीण हाट भी लगता है. जिस होकर लोगों का आवाजाही होता आया है.

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