दोस्ताना मैच के बाद इंटर कॉलेज खेलकूद प्रतियोगिता खो-खो का खेला गया फाइनल
दोस्ताना मैच के बाद इंटर कॉलेज खेलकूद प्रतियोगिता खो-खो का खेला गया फाइनल
– डीएस कॉलेज ने केबी झा कॉलेज को फाइनल में 22-19 अंक से हराया – अवकाश में अर्घ अवकाश में इतीश्री, टीम के नहीं आने से दो दिनाें में संपन्न हुआ कटिहार सरकार खो-खो प्रतियोगिता को अंतराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का प्रयास कर रही है. इसको लेकर पूर्व में घोषणा भी कर दिया गया. लेकिन धरातल पर आज भी इस खेल के प्रति न तो महाविद्यालय न ही विवि प्रशासन गंभीर है. जिसका नतीजा है कि पूर्णिया विवि द्वारा आयोजित अंतर महाविद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान केबी झा कॉलेज में खो-खो के लिए बनाये गये आयोजन स्थल पर केवल ब्यॉज टीम के रूप में डीएस कॉलेज एवं केबी झा कॉलेज की टीम खेलने पहुंची. जबकि गर्ल्स वर्ग में केवल केबी झा कॉलेज की छात्राएं शामिल हो सकी. यही नतीजा रहा कि तीन दिवसीय खो-खो अंतर महाविद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान केबी झा कॉलेज में दोस्ताना मैच के बाद न कोई लीग मैच न ही सेमीफाइनल सीधे फाइनल मैच डीएस कॉलेज बनाम केबी झा कॉलेज में कराकर तीन दिनों की प्रतियोगिता को दो दिन में ही सलटा लिया गया. इतना ही नहीं कॉलेज में अवकाश में खो-खो प्रतियोगिता का आगाज कर अवकाश में ही इतीश्री करा लिया गया. शुक्रवार को केबी झा कॉलेज में खेला गया खो-खो के फाइनल मैच में डीएस कॉलेज की टीम ने केबी झा कॉलेज को 22-19 अंकों से हराकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाने में सफल रहा. जबकि गर्ल्स टीम में दूसरे कॉलेज की टीम नहीं आने की स्थिति में केबी झा कॉलेज की टीम को विजेता घोषित कर दिया गया. विजेता टीम को पूर्णिया विवि के खेल पदाधिकारी डॉ एसके सुमन, केबी झा कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ हरेन्द्र कुमार सिंह द्वारा पुरस्कृत किया गया. इस मौके पर केबी झा कॉलेज के पीटीआई, शशि कपूर, राहुल झा समेत अन्य कर्मचारी मौजूद थे. अभाविप ने खेल के प्रति उदासीनता लगाया आरोप ———————————————————- केबी झा कॉलेज में आयाेजित अंतर महाविद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान खो-खो प्रतियोगिता के फाइनल मैच के दौरान पहुंचे पीयू खेल पदाधिकारी का अभाविप के कार्यकारिणी सदस्य विक्रांत सिंह, रवि सिंह, कमल ठाकुर समेत अन्य ने विवि स्तर से उदासीनता का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष पीयू द्वारा अंतर महाविद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाता है. इसके लिए पीयू अंतर्गत आने वाले अलग-अलग महाविद्यालयाें में अलग-अलग खेल के लिए स्थल चयनित कर कराने का निर्देश दिया जाता है. खेल के नाम पर लाखों रूपये भले ही खर्च किया जाता है. लेकिन प्रशासनिक पदाधिकारियों के उदासीन रवैये के शिकार हर वर्ष छात्र छात्राओं को होना पड़ता है. इससे पूर्व डीएस कॉलेज में पहली बार आयोजित हैंडबॉल प्रतियोगिता में केवल केबी झा कॉलेज एवं डीएस कॉलेज के खिलाड़ी शामिल हुए थे. दूसरा कोई भी कॉलेज की टीम नहीं पहुंची. यही हाल केबी झा कॉलेज में आयोजित खो-खो प्रतियोगिता के दौरान सामने आया. केवल केबी झा कॉलेज एवं डीएस कॉलेज की टीम पहुंची. दूसरी कोई भी टीम खो खो में भाग नहीं ले सकी. वैसे कॉलेज के प्राचार्य के विरूद्ध शोकॉज करने की मांग की. मामले में खेल पदाधिकारी पीयू डॉ एसके सुमन ने बताया कि विवि पीयू को इस व्यवस्था से अवगत कराया जायेगा. साथ ही जहां जहां से टीम नहीं आयी है. उन सभी कॉलेज प्रधान के विरूद्ध शोकॉज किया जायेगा.
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