कटिहार : बड़ोदरा से कटिहार छात्रों व मजदूरों को लेकर रात आठ बजे स्पेशल ट्रेन पहुंची. विभिन्न स्थानों पर छात्रों एवं मजदूरों को बसों पर भेड़-बकरी की तरह लोड कर प्रशासन ने गंतव्य की ओर रवाना कर दिया, जबकि कुछ बसों में डीजल नहीं होने के कारण यहीं रुकी हैं. आरोप यह भी है कि बस में सोशल डिस्टेंस का पालन बिल्कुल नहीं किया गया है, जिसके कारण कोरोना महामारी फैलने की आशंका जतायी जा रही है. बड़ोदरा एमएसयू यूनिवर्सिटी के छात्र भी बड़ोदरा से कटिहार पहुंचे थे. उन्हें गया जिला जाना है. इस ग्रुप में आठ छात्र हैं. एक ही बस में चार जिलों के छात्र व श्रमिकों को एक साथ भेजे जाने का छात्रों ने विरोध किया.
बड़ोदरा से आये एमएसयू यूनिवर्सिटी के छात्र शिव शंकर, अंकुश अग्रवाल, रितेश कुमार, राजू राय, अंकित कुमार, प्रिंस नंदन आदि छात्रों ने बताया कि कटिहार जिला प्रशासन छात्रों के साथ अभद्रता से पेश आ रहा है. छात्रों ने बताया कि जब रात 8:00 बजे बड़ोदरा से आयी ट्रेन से उतरे तो हम लोग को गया जाना है. एक बस में गया, रोहतास, नवादा और दूसरे जिलों के छात्र, मजदूरों को बैठाया जा रहा था. विरोध किया तो कहा गया कि आप लोग को जाना है तो ठीक है नहीं तो आठ दिन यहीं रहना पड़ेगा.
छात्रों ने यह भी कहा कि यहां बस में भेड़ बकरी की तरफ ठूंस कर भेजने से कोरोना का संकट उत्पन्न हो सकता है. छात्रों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि सरकार के निर्देशों का यहां पालन नहीं हो रहा है. छात्रों ने कहा इस संबंध में यहां हम लोग की बात कोई नहीं सुन रहा है. जब इसकी शिकायत गया डिस्ट्रिक्ट प्रशासन के दिये गये नंबर पर किया गया तो पहली बार सुना गया. इसके बाद फोन उठाना बंद कर दिया गया. फोन की घंटी बजती रही, लेकिन किसी ने फोन रिसीव करने की जहमत नहीं उठायी. अब नयी बात सामने आ रहा है कि बस में डीजल नहीं है. बस में डीजल देने से साफ मना कर रहे हैं. ऐसे में बस यहां से कैसे गया तक पहुंचेगी. इस चिंता में परेशान हैं.