दूसरे दिन भी जारी रही एंबुलेंस चालकों की हड़ताल
एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से मरीजों को हो रही परेशानी
कटिहार. बिहार राज्य 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ इंटक के बैनर तले 102 एंबुलेंस के चालक ईएमटी की हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही. मांगों को लेकर कोई सकारात्मक पहल नहीं होने के कारण 102 एंबुलेंस के चालक ईएमटी दूसरे दिन भी धरना प्रदर्शन पर बैठे रहे. जिले मे 102 एंबुलेंस सेवा पूरी तरह से ठप रहने के कारण इसका असर अब मरीज के ऊपर भी देखने को मिल रहा है. गर्भवती महिला को एंबुलेंस सेवा नहीं मिल पा रही है. जबकि रेफर किये गये मरीजों को भी निजी एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है. धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संघ के मुख्य संरक्षक सह इंटक के जिला अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा की सरकार के द्वारा 102 एंबुलेंस के चालक व ईएमटी को लेकर कोई भी चिंता नहीं है, न ही गरीब मरीजों की चिंता सता रही है. एंबुलेंस सेवा में गरीब मरीज की गाढी कमाई निजी एंबुलेंस में लूट रही है. जिस पर सरकार अब तक मौन है. अध्यक्ष सिंह ने कहा की पिछले चार महीने से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है. ऐसे में चालक इएमटी के परिवार के बीच कई दिक्कते आ गई है. दुर्गा पूजा, दीपावली जैसे त्योहार मनाने के लिए पूरा परिवार किसी दूसरे पर आश्रित हो गया है. उन्होंने कहा कि हमारे छह सूत्री मांगे हैं कि जब तक यह पूरा नहीं किया जाता है. तब तक 102 एंबुलेंस के चालक इएमटी का अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रहेगा. अध्यक्ष सिंह ने कहा कि हमारी मांगे है कि चार माह का बकाया वेतन पीएफ और ईएसआईसी का अविलंब भुगतान किया जाय. सभी कर्मियों का नई कंपनी में एक साथ समायोजन किया जाय. सभी कर्मियों का दुर्घटना बीमा एवं मौत होने पर 10 लाख का मुआवजा दिया जाय. नई कंपनी में लेबर एक्ट के तहत न्यूनतम मजदूरी 21000 रुपये दिया जाय, दुर्घटना होने पर गाड़ी की मरम्मति का कार्य कंपनी के द्वारा किया जाय. गाड़ी ऑफ रोड होने की अवस्था में कर्मियों को 26 दिनों की हाजिरी मिलनी चाहिए आदि मांगें शामिल है. उन्होंने कहा कि जब तक मांगों को लेकर पहल नहीं की जाती है तब तक अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रहेगा. इस अवसर पर संघ के जिला अध्यक्ष अमर कुमार सिंह, सचिव अब्दुल मतीन, कोषाध्यक्ष मणिकांत झा, अशोक शर्मा, विजय कुमार, मुकेश कुमार, सुमन कुमार, संतोष कामती, कमरुद्दीन खान, सुधाकर कुमार, टिंकू पासवान, अशोक ठाकुर, शेख जैनुल आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है