मरीजों की सुविधा के लिए एंबुलेंस कर्मियों ने इमरजेंसी वार्ड के सामने लगाया डेस्क
सदर अस्पताल में एंबुलेंस के लिए अब मरीजों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा
सदर अस्पताल में एंबुलेंस के लिए अब मरीजों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. त्वरित एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण मरीजों के परेशानी को देखते हुए अब एंबुलेंस चालकों ने सदर अस्पताल परिसर इमरजेंसी वार्ड के सामने एक डेस्क लगा दिया है. ताकि जब मरीज को एंबुलेंस की दरकार हो तो वह फौरन इस डेस्क पर आकर एंबुलेंस की मांग कर सके. बता दें कि सदर अस्पताल परिसर में एंबुलेंस तो खड़ी रहती थी. लेकिन उनके ड्राइवर व टेक्नीशियन इधर-उधर रहने के कारण मरीज को फोरन एंबुलेंस का लाभ नहीं मिल पाता था. मरीज एंबुलेंस के चालक व टेक्नीशियन को यहां वहां ढूंढते रहते थे. इन सभी परेशानी को देखते हुए चालकों ने फैसला लिया कि वह एक स्थान पर बैठे रहेंगे. जिससे मरीज को एंबुलेंस के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़े. अब सदर अस्पताल के में गेट पर एंट्री होने के साथ ही एंबुलेंस डेस्क मरीज को नजर आ जाता है. यदि इमरजेंसी में मरीज को एंबुलेंस की दरकार पड़ती है तो उनके परिजन फौरन उस डेस्क पर पहुंचकर एंबुलेंस चालक से संपर्क करते हैं. जिस एंबुलेंस के लिए मरीजों को अब परेशानी नहीं होती है. दिसंबर में एंबुलेंस चालक अमर कुमार सिंह ने बताया कि सदर अस्पताल परिसर में एंबुलेंस खड़ी रहती थी. लेकिन चालक व टेक्नीशियन के रहने के लिए अस्पताल प्रशासन के द्वारा अस्पताल के नये भवन के पीछे भवन में रहने की व्यवस्था की गयी थी. हालांकि सभी चालक व टेक्नीशियन उस भवन में रहते थे. लेकिन अब हम लोगों ने यह फैसला लिया कि समय पर एंबुलेंस के चालक व टेक्नीशियन एंबुलेंस के पास नहीं देखने पर मरीजों को काफी परेशानी होती है. एंबुलेंस सेवा इमरजेंसी सेवा है. इन सभी बातों को ध्यान में रखकर अब अपना एक डेस्क लगा दिया गया है. जहां ऑन ड्यूटी पर जो चालक व टेक्नीशियन रहेंगे. वह इस डेस्क पर मौजूद रहेंगे. जिससे मरीज के परिजनों को एंबुलेंस के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े.
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