उमस भरी गर्मी के बीच खूब छका रही बिजली, शहरवासी परेशान
78 मेगावाट बिजली उपलब्ध पर भी अधिक लोड के भार से खूब उड़ रहा फ्यूज
कटिहार. पिछले सप्ताह दिन से जिले में बढ़ रही तापमान के बीच पड़ रही गर्मी के बीच बिजली खूब छका रही है. इससे शहरवासी परेशान है. 78 मेगावाट बिजली उपलब्धता के बाद भी अधिक लोड के भार से फ्यूज उड़ने व जलने की समस्या से बिजली विभाग भी परेशान हैं. हालांकि मंगलवार की देर शाम हुई झमाझम बारिश से मौसम सुहाना जरूर हुआ. पर बारिश से पूर्व बिजली काट लिये जाने के कारण शहर वासियों को उमस भरी गर्मी से जूझना पड़ा. मंगलवार की अहले सुबह से आसमान में मंडरा रहे बादल व दोपहर में उमस भरी गर्मी से लोग जूझ रहे थे. देर शाम चार बजे के बाद हुई झमाझम बारिश से लोगों को राहत मिली. हल्की हवा के बीच बिजली काट लिए जाने से कई उपभोक्ता परेशान रहें. कई उपभोक्ताओं ने बताया कि चिलचिलाती धूप हो या हल्की बारिश बिजली की आंख मिचौनी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. ऐसा इसलिए कि पिछले चौबीस घंटे में हर आधे एक घंटे के बाद बिजली कट जाने से लोग परेशान रहें. खासकर रात में हर आधे घंटे पर कई मोहल्लों में बिजली की लूकाछुपी से लोगों के रात का चैन छीन गया. सोमवार की करीब बारह बजे के बाद बिजली निर्बाध रूप से बहाल की गयी. मंगलवार की सुबह से भी कई मोहल्लों में रूक- रूक कर बिजली आपूर्ति से लोग दिन भर परेशान रहें. कई उपभोक्ताओं की माने तो शहर में लक्ष्य के अनुरूप बिजली ग्रिड से मिलने के बाद भी जगह- जगह मोहल्लों की बिजली गुल रहती है. विभाग को व्यवस्था में सुधार को लेकर ध्यान देने की जरूरत है.
लोड बढ़ने से लोकल फोल्ट हो रहा अधिक
बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता आशीष रंजन ने बताया कि तापमान बढ जाने के कारण बिजली की खपत अधिक बढ़ जाती है. इससे लोड अधिक बढ़ जाती है. जिसके कारण लोकल फोल्ट अधिक हो रहे हैं. खासकर ट्रांसफार्मर के फ्यूज उड़ने व जलने की समस्या अधिक हो रही है. शिकायत मिलने के के बाद आधे या एक घंटे तक मरम्मत के लिए समय बीत जाता है. उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र को 30 मेगावाट बिजली उपलब्ध हो रही है. शहरी क्षेत्र से सटे ग्रामीणों में भी कुछ भाग खपत हो रही है.
कोढ़ा, फलका व बरारी को शहर से दी जाती है बिजली आपूर्ति
कार्यपालक अभियंता विद्युत आशीष कुमार की माने तो शहरी क्षेत्र के अलावा इसी 78 मेगावाट बिजली से कोढ़ा, बरारी और फलका के साथ मनसाही के कुछ भाग में बिजली आपूर्ति की जाती है. कोढ़ा व फलका को मिलाकर 18 मेगावाट व बरारी को 12 मेगावाट बिजली शहर से दी जाती है. साथ ही तीन मेगावाट बिजली रेलवे को उपलब्ध कराया जाता है. शेष कटिहार शहरी क्षेत्र में बिजली की खपत की जा रही है. तापमान के अधिक बढ़ने के कारण लोड अधिक बढ जा रहे है. इससे लोकल फोल्ट अधिक हो रही है. बावजूद समय पर मरम्मत कराकर बिजली आपूर्ति बहाल कर देने का हमेशा प्रयास किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है