डंडखोरा. पंचायत सचिव के खिलाफ आक्रोशित जन प्रतिनिधियों ने मंगलवार जिला पंचायतीराज पदाधिकारी को संबोधित आवेदन प्रखंड विकास पदाधिकारी अहमर अब्दाली को समर्पित किया. प्रखंड प्रमुख शुभम कुमार, मुखिया आलोक चौहान, नीलम देवी, सरपंच संजीव मंडल सहित कई अन्य पंचायत जनप्रतिनिधियों ने डीपीआरओ को लिखे पत्र में कहा है कि पंचायत सचिव ग्राम पंचायत रायपुर व महेशपुर कल्पना कुमारी को ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने की जिम्मेदारी दी गयी है. पर जब से कल्पना कुमारी को रायपुर व महेशपुर पंचायत का प्रभार मिला है. तब से अभी तक सरकार द्वारा संचालित लोक कल्याणकारी योजनाएं यथा वंशावली, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण- पत्र, राशन कार्ड, कन्या विवाह योजना व अन्य सभी प्रकार की योजना का कार्य करने में आमलोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. डीपीआरओ को लिखे आवेदन में यह भी कहा गया है कि उक्त पंचायत सचिव आमलोगों से यह भी कहती है कि तुमको जो करना है, करो. जहां जाना है, जाओ. कोई मेरा कुछ नही कर पायेगा. साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि पंचायत सचिव का ग्राम पंचायत कार्यालय में उपस्थित होने, आने जाने का कोई समय सीमा नही है एवं कार्यालय से अनुपस्थित भी रहती है. जिससे दोनों पंचायत की आम लोग इनके रवैये से त्राहिमाम व परेशान है. आवेदन में जनप्रतिनिधियों ने कहा है कि आम जनता ने हमलोगों को मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य एवं पंच बनाया है. ताकि हम सभी जनप्रतिनिधि उनकी समस्याओं को समझे और उसका समाधान भी कराये. जब संबंधित पंचायत सचिव कराये. डीपीआरओ को लिखे पत्र में पंचायत जनप्रतिनिधियों ने कहा है कि ग्राम पंचायत से संबंधित अभिलेख सचिव अपने घर व रूम यानी कटिहार में रखती है. ग्राम पंचायत द्वारा स्वीकृत योजना के संचालन के संदर्भ में अग्रेतर कार्यवाही करने को लेकर आदेश देने के बाद भी उसकी अवहेलना की जाती है और कहा जाता है कि योजना का अभिलेख खोलने के पहले मुझे पीसी दीजिये. तभी हम योजना से संबंधित अभिलेख खोलेंगे, अन्यथा नही खोलेंगे. इसके साथ ही सचिव द्वारा यह भी कहा जाता है कि हम जो चाहेंगे. वही होगा. हम अपने हिसाब से काम करते है. इसलिए ऐसे कर्तव्यहीन व अनुशासनहीन पंचायत सचिव के ऊपर उचित नियमानुकूल कार्रवाई की जाये.
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