शिक्षिका अर्चना कुमारी को मिला भारतेंदु हरिश्चंद्र हिंदी लेखक सम्मान

शिक्षिका अर्चना कुमारी को मिला भारतेंदु हरिश्चंद्र हिंदी लेखक सम्मान

By Prabhat Khabar News Desk | September 15, 2024 10:59 PM

मनिहारी. कन्या मध्य विद्यालय, मनिहारी की शिक्षिका अर्चना कुमारी को पब्लिकेशन के साझा संकलन हिंदी देश की शान में अमूल्य साहित्यिक योगदान के लिए भारतेंदु हरिश्चंद्र हिंदी लेखक सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया है. संपादक राजेंद्र सिंह बिष्ट ने अर्चना कुमारी को आकर्षक सम्मान पत्र और मोमेंटो देते हुए उनकी उज्ज्वल भविष्य की कामना किया है. हिंदी में उनकी कविता को न सिर्फ उत्कृष्ट स्थान मिला है. अपितु हिंदी देश की शान पुस्तक में प्रकाशित भी हुआ है. उनकी कई रचनाएं प्रकाशित हैं. महिलाएं बांझ नहीं होती नामक रचना काफी चर्चित हुई हैं. किसी पिता के लिए बेटियां, घर घर तिरंगा फहरायेंगे. चॉकलेट सलाहित आजादी और आत्मजा में संकलित उनकी रचनाएं काफी महत्वपूर्ण और संवेदनशील है. विद्यालय में वे हिंदी दिवस की आयोजन की थी और बचाओ, बचाओ मैं हिंदी हूं. शीर्षक से कविता पाठ भी की थी. उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकार्ड्स, मार्वेलस वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, असिस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, इंडियन टैलेंट्स सिंगापुर आदि में दर्ज है. विज्ञान दिवस कि मौके अनुमंडल स्तर पर आयोजित विज्ञान प्रतियोगिता में उनके मार्गनिर्देशन में उनके विद्यार्थी कई अवॉर्ड्स जीत चुके है. वे हर सप्ताह छात्राओं के बीच रंगोली प्रतियोगिता कराती है. तथा कराटे सिखाती है. हिंदी लेखक सम्मान 2024 मिलने पर लेखक और शिक्षक विनोद कुमार, सदानंद पॉल, स्वर्णलता सहित, कन्या मवि प्रधानाध्यापक मुकेश चौरसिया सहित सभी शिक्षक और शिक्षिकाएं तथा छात्र छात्राओं ने शिक्षिका अर्चना कुमारी को बधाई दिए है.

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