Bihar News: कटिहार से एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है. जहां पर बार बालाओं ने अश्लील गानों पर ठुमके लगा रही है. भोजपुरी सॉन्ग तू भिरी जनी सटा ना त जर जईबा बारूद नियन धक से लहर जईबा… आज नापब तोहर गरमी लगा के थर्मामीटर… मुहवा पर डाल के चदरियां लहरिया लूटा ए राजा… जैसे अश्लील गानों पर डांस करने का वीडियो वायरल हो रहा है. यह वीडियो कटिहार के जोकर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय बभन गांव का बताया जा रहा है. दुर्गा पूजा में अश्लील बार बालाओं के साथ लोग भी डांस करते हुए नजर आ रहे है. इसके साथ ही लोग खूब आनंद पूर्वक वीडियो भी बना रहे है.
दुर्गा पूजा में अश्लीलता कितना सही
दुर्गा पूजा में अश्लील गानों पर डांस करना और अश्लील गाना बजाना या बार बालाओं का नाच गान कराना यह प्रमाणित कराता है कि अब लोगों का विचार पूरी तरह से अश्लील हो गया है. इनकी सोंच भी अश्लील हो गया है. इसलिए अब पूजा-पाठ के दौरान भी उन्हें अश्लीलता दिखाई दे रहा है. यहीं कारण है कि दुर्गा पूजा उत्सव के नाम पर लोग चंदा वसूल कर समाज को बर्बाद करने का काम कर रहे है. इसके साथ वे लोग गंदगी फैला रहे है. इससे आने वाली पीढ़ी के लिए ये बहुत ही दुखदायी हो सकता है. उनको पूजा पाठ का संस्कार देने की जगह अश्लील की नदियां में नहलवाया जा रहा है. दुर्गा जी की मूर्ति को विर्जन करते समय अश्लील गानों पर डांस करके समाज में गंदा संदेश दिया जा रहा है. बता दें कि दुर्गा पूजा की पद्धति बदलकर अब तेजी से अश्लीलता की ओर बढ़ता जा रहा है.
दुर्गा सप्तशती का पाठ के जगह अब बज रहा भोजपुरी अश्लील गाना
नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा का पूजन किया जाता है. नवरात्रि का मतलब होता है कि नौ दिन जागरण करके श्रद्धा भक्ति के साथ पूजा अर्चना किया जाता है. इस दौरान नवरात्रि के नौ दिन बड़ा ही शुभ समय होता है. शास्त्र के अनुसार इस दौरान अश्लीलता सोचना भी पाप है. नवरात्रि के नौ दिन मन को वैराग्य भाव में रखकर मां भगवती का पूजन तथा दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए. लेकिन जिस तरह से लोगों के विचार में गंदगी नजर आ रही है, इसीलिए देश में अत्याचार, बलात्कार, दुष्कर्म जैसे घटनाएं आए दिन बढ़ रही है. ऐसे देखने पर लग रहा है कि हर किसी का मन अश्लीलता में ही डूब गया है. जब लोग देवी की पूजा में भी अश्लीलता परोस रहे है तो आप सोच सकते है कि महिलाओं के प्रति लोगों का विचार कितना साफ सुथरा हो सकता है. जबकि नवरात्रि के दिन में प्रकृतिक में महत्वपूर्ण परिवर्तन दिखायी देता है.