शहर के उत्तरी-पश्चिमी भाग के वार्ड वासियों के लिए बीएमपी छठ घाट पहली पसंद
सीढ़ीनुमा घाट होने की वजह से छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं की जुटती है भीड़
कटिहार. नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत उत्तरी-पश्चिमी भाग के वार्ड वासियों के लिए बीएमपी- सात छठ घाट पहली पसंद है. सीढीनुमा घाट होने की वजह से छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं की छठ के दिन अधिक भीड़ होती है. इस घाट की सफाई को लेकर निगम निगम से लेकर बीएमपी प्रशासन तक नजर रहती है. सीढीनुमा घाट होने की वजह से छठ घाट को छेंकने के लिए समय से बहुत पहले ही मारामारी होती है. एक माह पूर्व से ही इस घाट की सफाई को लेकर युवा टोली बनाकर जुट जाते हैं. छठ महापर्व अब एक पखवारा से भी कम समय शेष रह गया है. साफ सफाई को मंथर गति से शुरूआत करने से अब भी इस घाट की सफाई शेष है. खासकर ठहराव व गहरा पानी होने के कारण जलकुंभी का जमावड़ा अधिक रहता है. निगम की ओर से सफाई कार्य में बरती जा रही ढिलाई के बाद से युवाओं द्वारा छठ घाट सफाई को लेकर मन बना रहे थे. लेकिन मंगलवार को निगम प्रशासन की ओर से मजदूर रखकर सफाई कार्य किये जाने के बाद से राहत की सांस ली है. युवाओं की माने तो इस छठ घाट पर वार्ड एक, वार्ड दो, वार्ड चार, वार्ड पांच और बाजार क्षेत्र से भी श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है. खासकर उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ देने के लिए अधिक भीड़ जुटती है. नगर निगम कर्मचारियाें की माने तो 34 छठ घाटों में तीन कारी कोसी, विजय बाबू पोखर और बीएमपी सात पोखर डेंजर घाट में शामिल किया गया है. कर्मचारियों व पदाधिकारियों की माने तो एक से डेढ़ से दो सौ के करीब कृत्रिम छठ घाट है. जहां मोहल्ले के लोगो द्वारा अपने आंगन, छत व आसपास गढ्ढा कर छठ पर्व मनाते हैं. बीएमपी छठ घाट की सफाई कार्य शुरू
नगर आयुक्त संतोष कुमार ने बताया कि निगम अंतर्गत करीब 34 छठ घाटों की सफाई कार्य करना है. चार जोन में छठ घाट को बांटकर सफाई कार्य शुरू कर दिया गया है. छठ घाटों की सफाई के दौरान जंगल कटिंग, पानी साफ, झाड़ू, कचरों का उठाव, बैरिकेटिंग, पोस्टर लगाने का काय किया जायेगा. छठव्रतियों के लिए चेजिंग रूम बनाने का कार्य किया जायेगा. समय पर सभी छठ घाटों की सफाई कार्य करा लिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है