सामाजिक न्याय के सशक्त हस्ताक्षर थे बीपी मंडल : सांसद
देशव्यापी जाति आधारित जनगणना की मांग
कटिहार. स्थानीय टाउन हॉल में समाजवादी चिंतक एवं मंडल कमीशन के अध्यक्ष रहे बीपी मंडल की जयंती समारोह रविवार को आयोजित की गयी. समारोह का उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद तारिक अनवर ने किया. जबकि मुख्य अतिथि के रूप में देश के वरिष्ठ पत्रकार व राज्यसभा टीवी के पूर्व संपादक उर्मिलेश उपस्थित थे. श्रीकृष्ण आस्था मंच व एनएफ रेलवे ओबीसी इम्प्लाइज यूनियन के तत्वाधान में आयोजित इस बीपी मंडल जयंती समारोह की अध्यक्षता ई गिरिजा प्रसाद सिंह ने किया. समारोह का उद्घाटन दीप प्रज्वलन से हुआ. इसके बाद महामना बीपी मंडल के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया और पुष्पांजलि अर्पित की गयी. स्वागत भाषण एनएफ रेलवे ओबीसी इम्पलाइज एसोसिएशन कटिहार के अध्यक्ष संजय कुमार ने किया. मंच संचालन बनवारी लाल यादव और राजन प्रसाद गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया. मंडल कमीशन के अनुशंसा को पूर्णतया लागू करने एवं राष्ट्रीय स्तर पर जातिगत जनगणना की मांग पर विचार विमर्श में किया गया. समारोह को संबोधित करते हुए सांसद तारिक अनवर ने कहा कि बीपी मंडल समाजवादी नेता थे. उनकी अध्यक्षता में मंडल कमीशन बना. मंडल कमीशन के अनुशंसा पर ही पिछड़ा वर्ग को नौकरियों में आरक्षण दी गयी. सामाजिक बदलाव में बीपी मंडल की भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि बीपी मंडल ने सामाजिक न्याय के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि गैर बराबरी को दूर करने के राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना अत्यंत जरूरी है. भारत सरकार के जाति जनगणना के लिए पहल करना चाहिए. विशिष्ट अतिथि के रूप में सामाजिक न्याय आंदोलन के पैरोकार रिंकू यादव, एनएफ रेलवे ओबीसी इम्पलाईज संगठन मालीगांव के महासचिव भीपी रामाराव, अशोक कुमार, श्रीकृष्णा आस्था मंच के सचिव डॉ सुशील कुमार सुमन, भारतीय जीवन बीमा निगम अखिल भारतीय अत्यंत पिछड़ा वर्ग कल्याण संघ मुंबई अशोक कुमार उपस्थित थे. स्थानीय अतिथि और वक्ता के रूप में पूर्व विधायक सत्यनारायण प्रसाद, राजद जिलाध्यक्ष इशरत परवीन, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनील यादव, पूर्व उप महापौर नगर निगम पुष्पा देवी, समाजसेवी वंदना यादव, सुबोध पोद्दार उपस्थित थे.
राष्ट्रीय स्तर पर हो जाति जनगणना : उर्मिलेश
सामाजिक न्याय आंदोलन के पैरोकार रिंकू यादव ने कहा कि बीपी मंडल ने कमीशन में केवल आरक्षण की बात नहीं की है. बल्कि जाति आधारित गणना की भी बात की है. इसलिए पूरे देश में जाति जनगणना लागू किया जाना चाहिए. मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश ने कहा कि यह कहा जा रहा है कि बिहार ऐसा राज्य है. जहां पहल बार जाति आधारित गणना की गयी है. पर ऐसी बात नहीं है. इसके पहले वर्ष 1968-69 में केरल में जाति आधारित जनगणना की गयी थी. जाति आधारित जनगणना से पूर्व केरल की स्थिति काफी बदहाल थी. जब स्वामी विवेकानंद केरल गये थे. तब वहां की बदहाली पर उन्होंने बहुत कुछ कहा था. लेकिन जब वहां जाति जनगणना हुई. उसके बाद केरल में काफी बदलाव हुआ. हर क्षेत्र में तरक्की की हुई. बिहार में जाति आधारित गणना होने का एक वर्ष हो चुका है. लेकिन अब तक कोई काम उस पर नहीं हुआ है. यह अच्छी बात है कि बिहार सरकार 65 प्रतिशत आरक्षण की बात की है. यह जरूरी भी है. लेकिन जाती आधारित गणना के बाद सरकार के पास कोई ऐसा ब्लूप्रिंट नहीं है. जिससे आने वाले समय में जाति आधारित गणना के आधार पर कोई कार्य योजना तैयार कर सके तथा उसे पर काम हो सके. उन्होंने खूब जोर दिया कि भारत में भी जातिगत गणना होना चाहिए. उन्होंने कटिहार सहित सीमांचल के छात्र छात्राओं से अपील करते हुए का संविधान का अध्ययन जरूर करें. उस पर चर्चा जरूर करें. मंडल कमीशन पर बात करने वाले ज्यादातर लोग मंडल कमिशन की रिपोर्ट को पढ़ा भी नहीं है. कमीशन का रिपोर्ट सिर्फ पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने की बात नहीं कहता है. बल्कि समाज के समग्र विकास की बात करता है. इस समारोह में प्रीतम कुमार, राजा अमीर, भोला प्रसाद यादव, डॉ गंगासागर दीनबंधु, शिवाकांत यादव, दीप नारायण यादव, सुनील कुमार, संजय कुमार, रमेश, राकेश कुमार, अमन, सुबोध कुमार यादव, राजू शाह, दीनबंधु, अनिरुद्ध यादव, प्रदीप यादव, प्रमोद यादव, देवानंद यादव आदि लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है