छह अरब, 12 करोड़, 44 लाख, 28 हजार 848 का बजट नगर निगम बोर्ड की बैठक में पारित
करीब 13 पार्षदों ने बैठक से अपने आपको अलग रखा
प्रतिनिधि, कटिहार. नगर निगम के मीटिंग हॉल में शनिवार को एक साथ आम बजट को लेकर विशेष बैठक व निगम की सामान्य बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता मेयर उषा देवी अग्रवाल ने की. इस दौरान पहले पार्षदों ने मांग रखी कि उनलोगों की योजना पर विचार हो उसके बाद आम बजट को लेकर बैठक हो. पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने फ्लाइट पकड़ने को लेकर देरी होने को लेकर पहले आम बजट पारित करने के आग्रह पर पार्षदों ने हामी भरी. इस दौरान 44 पार्षदों में 31 पार्षदों ने मेज थपथपा कर ध्वनिमत से छह अरब, 12 करोड़, 44 लाख, 28 हजार 848 रुपये वाला वित्तीय वर्ष 2024-25 बजट को पारित कर दिया गया. इस दौरान करीब 13 पार्षदों ने बैठक से अपने आपको अलग रखा, जबकि चार पार्षदों द्वारा बाहर रहकर समर्थन करने की चर्चा सरेआम रही. मालूम हो कि एक वार्ड 41 के पार्षद के द्वारा पूर्व में ही इस्तीफा दे दिया गया है. बजट पारित होने के बाद पार्षदों ने बारी-बारी से अपनी मांगों को लेकर मेयर व उपस्थित अतिथियों को अवगत कराया. तीन पार्षदों में संजय महतो, नितेश सिंह निक्कू और जिम्मी प्रकाश द्वारा कई विषयों को प्रमुखता से रखी. इसमें कबीर अंत्योष्टि योजना के तहत लाभुकों को मिलने वाली राशि को सरलता से उपलब्ध हो इस पर ध्यानाकृष्ट कराया. इस दौरान पार्षदों की मांग पर निर्णय लिया गया कि पूर्व की भांति शादी, विवाह व श्राद्ध के समय सार्वजनिक जगहों पर चापाकल की व्यवस्था लागू किये जाये. सरकार का निर्देश तीस प्रतिशत टैक्स वृद्धि को तत्काल 15 प्रतिशत रहने देने की मांग पर सहमति बनी. सड़क वर्गीकरण पर तत्काल रोक लगे रहने की भी बात पार्षदों द्वारा की गयी. सड़क वर्गीकरण व अन्य तरह के टैक्स पर कोई वृद्धि की नहीं हो. इससे आमजन पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. तत्काल रोकने पर सहमति ली गयी है. मेयर उषा देवी अग्रवाल व उपमेयर मंजूर खान ने इस पर सहमति जतायी. इस अवसर पर विधान पार्षद अशोक अग्रवाल, नगर आयुक्त कुमार मंगलम, सीटी मैनेजर विनय कुमार, सहायक अभियंता अमर झा, कनीय अभियंता अजय सिंह, प्रधान सहायक परवेज सलीम समेत अन्य विभागीय पदाधिकारी मौजूद थे. 31 पार्षदों को दिया गया लैपटॉप आम बजट पारित होने के उपरांत पार्षदों की योजनाओं को बारी-बारी से सुनने के पश्चात मौजूद सभी 31 पार्षदों को लैपटाॅप दिया गया. कई पार्षदों की माने तो पूर्व के मेयर के समय उनलोगों को योजनाओं को इंगित करने और रिकार्ड के रूप में अंकित करने के लिए टेबलेट दिया गया था. अब उनलोगों को इसी कार्य के लिए लैपटॉप दिया गया है. मौके पर वार्ड नंबर पांच के बिट्टू घोष, आलोक वर्मा, निशा कुलकणी, हर्षवर्द्धन, उमेश पासवान, मुर्तुजा, सलीम अंसारी, पूनम सिह, साबीर अली, सरिता पाल, विपिन बिहारी चौबे, भोला सहनी, चांदनी देवी, खुशबू परवीन, गुड्डी देवी, रुबी कुमारी, पिंकी देवी सहित अन्य मौजूद थे. इन वार्ड के पार्षदों ने नहीं लिया भाग मालूम हो कि 13 वार्ड के पार्षद दोनों बैठक में उपस्थित नहीं रहे, जबकि पार्षदों को लेकर बताया गया कि कई पार्षदों द्वारा बाहर रहने के बाद भी लिखित व टेलीफोनिक सूचना देकर बजट को लेकर समर्थन दिया गया. जबकि बैठक में एक, तीन, चार, पांच, छह, सात, आठ, नौ, दस, 12, 13, 14, 18 ,19, 20, 22, 27, 28, 30, 31, 32, 33, 34, 36, 38,39, 40, 42, 43, 45 समेत एक ने भाग लिया. पार्षद न्यायालय के शरण में जाने को बना रहे मन वार्ड नंबर 37 के पार्षद पति मनोज कुमार मिश्रा ने बजट अनुमोदन को लेकर हुई बैठक में शामिल पार्षदों को धन्यवाद दिया है. दूसरी ओर 2024-25 बजट का अनुमोदन को लेकर हुई बैठक को संवैधानिक दायरे को लेकर नगर निगम नियमावली की कंडिका 53 के अनुसार, अनेक पार्षद अयोग्य हैं. ऐसा इसलिए कि कई लोग नगर निगम से लाभार्थी किसी का वाहन निगम में चलता तो किसी का सप्लाई कार्य कोई संवेदक है. इस तरह किसी भी वित्तीय बैठक में भाग लेने की योग्यता को नगर नियमावली 53 रोकता है तथा अयोग्य मानता है. इन सभी प्रश्नों के हल को लेकर कुछ पार्षदगण उच्च न्यायालय के शरण में संविधान बचाने के लिए अग्रसर रहने की बात कही है.
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