बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नहीं खुला सामुदायिक किचेन, लोगों की बढ़ी परेशानी
गंगा, कोसी, बरंडी व कारी कोसी नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि ने आधा दर्जन प्रखंड बाढ़ की चपेट में
कटिहार. जिले में गंगा, कोसी, बरंडी व कारी कोसी नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि ने आधा दर्जन प्रखंड को बाढ़ की चपेट में ले लिया है. जिला प्रशासन की ओर से अभी तक राहत कार्य शुरू नहीं किया गया है. उल्लेखनीय है कि रविवार को जिला प्रशासन की ओर से एक विज्ञप्ति जारी की गयी थी. जिसमें कहा गया है कि बाढ़ प्रभावित प्रखंड बरारी, कुरसेला, मनिहारी व अमदाबाद में सामुदायिक रसोई प्रारंभ कर दी गयी है. इस विज्ञप्ति में इस बात का जिक्र नहीं है कि कितना सामुदायिक रसोई किस स्थान पर संचालित हो रही है. हालांकि सोमवार को जिला आपदा प्रशाखा की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एक भी सामुदायिक रसोई शुरू नहीं कि गयी है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि फलका, कुरसेला, बरारी, प्राणपुर, मनिहारी व अमदाबाद अंचल के 20 पंचायत बाढ़ से प्रभावित है. जबकि दो नगर पंचायत भी बाढ़ से प्रभावित हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार तक बाढ़ से 40566 लोग प्रभावित हुई है. रिपोर्ट के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 31 सरकारी व 21 निजी नाव संचालित की जा रही है. हालांकि बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच अबतक न तो सूखा राशन उपलब्ध कराया गया है और न ही सामुदायिक किचेन के जरिये ही भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. बाढ़ को लेकर लोगों में त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है.
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