महिला मरीज की मौत के बाद परिजनों ने इलाज नहीं करने का आरोप लगा किया हंगामा

परजनों ने लगाया आरोप, सदर अस्पताल के इमरजेंसी में डॉक्टर थे गायब, ऑक्सीजन भी नहीं था उपलब्ध

By Prabhat Khabar News Desk | September 2, 2024 10:52 PM

कटिहार. सदर अस्पताल में सोमवार को एक महिला मरीज की इलाज के अभाव में मौत हो गयी. इससे आक्रोशित परिजनों में जमकर हंगामा किया. जानकारी के अनुसार नगर थाना क्षेत्र के ड्राइवर टोला की निवासी 42 वर्षीय मुसरत प्रवीण को सांस लेने में तकलीफ होने के बाद परिजनों ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिजनों का आरोप है कि जब उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती किया गया तो उस समय इमरजेंसी में डॉक्टर मौजूद नहीं थे. वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा डॉक्टर अभी आ जायेंगे, यह कह कर कर्मियों ने परिजनों को रोके रखा. परिजन डॉक्टर के बारे में बार-बार पूछते रहे लेकिन बस अभी डॉक्टर आ ही रहे हैं यह बात स्वास्थ्य कर्मी कहते रहे. लेकिन काफी देर तक डॉक्टर नहीं मिलने के कारण महिला मरीज का इलाज नहीं हो पाया. जिस कारण इलाज के अभाव में मुसरत परवीन की मौत हो गयी. मरीज की मौत होने के बाद परिजन आक्रोशित हो उठे और सदर अस्पताल में हंगामा करना शुरू कर दिया. जैसे ही यह बात अन्य परिजनों को मिली वह सभी सदर अस्पताल पहुंच गये और सदर अस्पताल में जमकर हंगामा शुरू कर दिया. आक्रोशित परिजनों को देखते हुए ड्यूटी पर तैनात सभी स्वास्थ्य कर्मी वहां से गायब हो गये. महिला के पति एस खान ने आरोप लगाया कि सांस लेने में तकलीफ होने के कारण स्वास्थ्य कर्मियों ने मरीज को ऑक्सीजन लगाया लेकिन ऑक्सीजन सिलिंडर में ऑक्सीजन ही नहीं था. परिजनों ने कहा की समय यदि डॉक्टर रहते तो पत्नी की इलाज हो जाती और उसकी मौत नहीं होती. परिजनों ने आरोप लगाया कि डेढ़ घंटे तक डॉक्टर अपनी ड्यूटी पर नहीं थे. इधर, मरीज की मौत के बाद परिजनों के आक्रोश को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना पुलिस को दी. जहां नगर थाना पुलिस दलबल के साथ सदर अस्पताल पहुंचकर आक्रोशितों को समझने का प्रयास किया. देर शाम तक परिजन डेड बॉडी को लेने से इनकार कर दिया. हालांकि देर शाम के बाद अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा मजिस्ट्रेट के द्वारा आक्रोशित परिजानों को समझा बुझाकर मामला को शांत कराया गया.

कहते हैं सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि इमरजेंसी ड्यूटी में डॉक्टर मौजूद नहीं थे. परिजनों का यह आरोप सरासर गलत है. मरीज को जब सदर अस्पताल लाया गया तो डॉक्टर उस समय ड्यूटी पर मौजूद थे. उन्होंने मरीज को देखा भी, मरीज की मौत पहले ही हो चुकी थी. जिसे परिजन मानने को तैयार नहीं थे. जिस कारण से मरीजों ने सदर अस्पताल में हंगामा किया है.

प्रसव के बाद महिला की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

बरारी. रेफरल अस्पताल बरारी में सोमवार को दोपहर बाद प्रसव कराने पहुंची महिला की मौत से आक्रोशित परिजन ने जमकर हंगामा किया. घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की बारीकी को समझने के लिए परिजनों से घटना की जानकारी ली. प्राप्त जानकारी के अनुसार रेफरल अस्पताल बरारी के प्रसव गृह पहुंची प्रवीण खातुन पति हसीबुर रहमान नगर पंचायत बरारी वार्ड तीन जीरापट्टी निवासी ने पर्चा कटा ड्यूटी पर तैनात एएनएम राखी व अन्य ने प्रसूता की भर्ती कर प्रसव कराने में जुट गयी. परिजनों ने बताया प्रसव तो हुआ और जच्चा व बच्चा भी ठीक था. निश्चिंत होकर एएनएम किसी काम से डेरा चली गयी. इस बीच महिला की हालत बिगड़ने लगी. एएनएम जब वापस अस्पताल पहुंची तो मरीज की हालत बिगड़ते देख उसे एम्बुलेंस द्वारा सीएचसी बरारी ले गये. जहां डा यूके सिन्हा ने मरीज की जांच कर उसे मृत बताया. वहीं नवजात को बेहतर उपचार के लिए नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है. बरारी प्रखंड के सेमापुर थाना की पुलिस आक्रोशितों को समझाने एवं न्याय दिलाने का भरोसा की बात कर शांति व्यवस्था में जुटी रही.

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