कटिहार. पूर्णिया विवि के अंगीभूत महाविद्यालयों में संचालित वाेकेशनल कोर्स में नामांकन को लेकर इस वर्ष संकट अब भी बरकरार है. ऐसा इसलिए कि कुलपति की अध्यक्षता में कुलपति के कक्ष में दूसरे दिन हुई नामांकन समिति की बैठक में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका. अलबत्ता कुलपति पीयू डॉ राजनाथ यादव द्वारा एआइसीटी के वाइस चेयरमैन से फोनिक वार्ता का पोर्टल पर मान्यता को लेकर समय विस्तार के लिए सभी के सामने आग्रह किया गया. इस दौरान जिले के एकमात्र ख्वाजा शहीद प्रशिक्षण केन्द्र निस्ता को एआईसीटी की मान्यता वोकेशनल कोर्स के लिए मान्यता मिलने की जानकारी दी गयी. मालूम हो कि जिले के दो अंगीभूत महाविद्यालय केबी झा कॉलेज एवं डीएस कॉलेज में वोकेशनल कोर्स के तहत पठन पाठन की व्यवस्था 2007 से ही है. बैठक में पूर्ण रूप से सामने आया कि कॉलेज की ढुलमूल रवैये के कारण इस तरह की समस्या सामने आया है. ऐसा इसलिए कि एआईसीटी द्वारा कई माह पूर्व पोर्टल पर जानकारी सबमिट करने के लिए समय दिया गया था. बैठक के दौरान अंगीभूत महाविद्यालय में संचालित वोकेशनल कोर्स के को-ऑडिनेटर के साथ प्राचार्य उपस्थित थे. एआइसीटी से मान्यता को लेकर डीएस कॉलेज के प्राचार्य द्वारा अधिक राशि लगने की बात कही गयी. जिस पर बताया गया कि महज बीस हजार रूपये व्यय कर पूर्णिया अंतर्गत दो संबद्ध महाविद्यालयों ने एआइसीटी से मान्यता प्राप्त किया है. इस मौके पर पीयू कुलपति डॉ आरएन यादव, प्रोवीसी, सभी संकाय के डीन, डीएसडब्ल्यू के अलावा डीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय कुमार सिंह, को-ऑडिनेटर डॉ विपाशा राहा, केबी झा कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ हरेन्द्र कुमार सिंह, को-ऑडिनेटर डॉ गोपाल कुमार के अलावा अन्य महाविद्यालय के प्राचार्य मौजूद थे.
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