Cyclone Dana: कटिहार. अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी से उठे डाना चक्रवाती तूफान का जिले में काफी प्रभाव पड़ा. बुधवार की देर शाम अचानक भारी बारिश से जहां निगम क्षेत्र की सड़कों पर ठेहुने भर पानी भर जाने से लोगों को अहले सुबह तक आवागमन में परेशानी हुई. दूसरी ओर खेतों में पानी जम जाने के कारण किसानी पर व्यापक प्रभाव पड़ा. इससे किसानों के माथे पर शिकन बढ़ जाने से परेशान रहें. खासकर तैयार धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है.
फसल बर्बाद
तैयार धान की फसल कटनी के बाद खेतों में रखे रह जाने के कारण पानी में भिंग जाने से किसान और परेशान हो गये. गुरुवार की अहले सुबह खेतों का मुआयना करने पहुंचे माथे पर हाथ रख लिया. कई किसानों की माने तो आलू और धान फसल को काफी नुकसान पहुंचा है तो जिले का मुख्य फसल मक्का की रोपाई में इस बार देरी होगी. इसे नकारा नहीं जा सकता है. दलन पूरब पंचायत के किसानों में लालू सिंह, रविशंकर श्रवणे, रमेश सिंह, दिलीप सिंह, अरबिंद सदा, रविंदर रॉय, अनिल रॉय, कुंदन रॉय, तेजेंदर सिंह, पथलेश्वर सिंह सहित अन्य का कहना है कि बीघा के बीघा तैयार धान खेतों में रह गये.
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खेती को नुकसान
मक्का व आलू लगाने के लिए तैयार खेतों में पानी जम जाने के कारण अब इसे लगाने में काफी देरी हो सकती है. इन किसानों का कहना है पूसी गोभी, टमाटर का बीज खराब हुआ है. मक्का की बुआई आलू की बुआई में अब देरी होगी. मटर, मक्का, आलू जो एक दो रोज पहले बोये है और ज्यादा बारिश होने से बड़ा नुकसान पहुंचाया है. इधर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक पंकज कुमार ने बताय कि अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी से डाना चक्रवाती तूफान का प्रभाव जिला में भी पड़ा है. रात हुई झमाझम बारिश के बाद अब ठंड में इजाफा होगा. इसका प्रभाव एक से दो दिन तक रहेगा. हुई बारिश से आलू लगाने व मक्का रोपने के लिए तैयार खेत में पानी जम जाने के कारण अब किसानों को कुछ दिन इंतजार करना पड़ सकता है.