भक्तों ने नम आंखों से हंस वाहिनी मां सरस्वती को किया विदा

भक्तों ने नम आंखों से हंस वाहिनी मां सरस्वती को किया विदा

By Prabhat Khabar News Desk | February 5, 2025 6:46 PM

– सरस्वती माई की खूब लगाये जयकारे- भोजपुरी भक्तिगीतों पर खूब थिरके श्रद्धालु, अबीर गुलाल लगाकर गाजे बाजे के साथ निकाली गयी विसर्जन यात्रा कटिहार ज्ञान की देवी हंस वाहिनी मां सरस्वती की अराधना व पूजा अर्चना के बाद बुधवार को शिक्षण संस्थान एवं पूजा पंडाल के साथ घरों में स्थापित प्रतिमा का गाजे बाजे के साथ नम आंखों से विसर्जन किया गया. दो दिन सरस्वती पूजा पड़ने के कारण कहीं रविवार को कहीं सोमवार को सरस्वती की पूजा मूर्ति स्थापित कर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में की गयी थी. मंगलवार को खाली दिन रहने की वजह से अधिकांश संस्थानों, घरों व पूजा पंडालों में स्थापित माता सरस्वती की प्रतिमा विसर्जन का दौर बुधवार को देर शाम तक चलता रहा. इससे पूर्व खोइछा बांध महिलाओं ने नम आंखों से भक्तों ने शारदे की विदाई की. इस दौरान अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां नन्हें मुन्हें बच्चों द्वारा अलग-अलग गीतों पर डांस कर दर्शकों के मन को मोहने में सफल रहें. भक्तों के द्वारा ट्रैक्टर, ठेला से प्रतिमा विसर्जन को ले जाने के दौरान जयकारे भी खूब लगाये गये. खासकर भोजपुरी के भक्तिगीतों पर युवाओं ने एक दूसरे को अबीर और गुलाल लगाकर नाचते और गाते मां सरस्वती को विदा किया. गाजे बाजे के साथ पास के कारी कोसी घाट, बीएमपी छठ घाट, बालू पोखर छठ घाट व भसना के साथ साथ समीप के तालाब व घाटों में विसर्जन किया. मां शारदे की जय घोष के बीच मिरचाईबाड़ी, केबी झा कॉलेज, अम्बेडकर चौक, भेरिया रहिका, रामनगर चौक समीप स्कूल, गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों और पूजा समितियों द्वारा शांतपूर्ण ढंग से छठ घाटों व तालाबों में विद्या की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन किया गया.

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