कोढ़ा. प्रखंड के उत्तरी सिमरिया पंचायत के कचरा प्रबंधन गृह में विदेशी शराब की खाली बोतलों की उपस्थिति ने प्रशासन और स्थानीय समुदाय में चिंता बढ़ा दी है. पंचायत सचिव प्रसेनजीत ने इस घटना को अनुशासनहीनता का प्रतीक मानते हुए कहा है कि कचरा प्रबंधन गृह में शराब की बोतलें रखना पूरी तरह से अवैध है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि जांच के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी. ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और कचरा प्रबंधन प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न हो. तिलकचंद मुंडा, जो पंचायत के कचरा प्रबंधन की देखरेख करते हैं. ने बताया कि पंचायत के 13 वार्डों में से केवल 5 वार्डों से ही कचरा आता है. जबकि अन्य 8 वार्डों से कोई कचरा नहीं आता. स्वच्छता पर्यवेक्षक जाबिर की निगरानी में कचरा प्रबंधन होना चाहिए. लेकिन वे सप्ताह में केवल एक दिन ही आते हैं. इससे यह सवाल उठता है कि कचरा प्रबंधन गृह में शराब की बोतलें कैसे पहुंचीं. पंचायत सचिव ने यह भी बताया कि सभी कर्मचारियों का वेतन नियमित रूप से भुगतान हो रहा है. उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं थी. इससे यह प्रश्न उठता है कि क्या पंचायत सचिव को कचरा प्रबंधन गृह की नियमित जांच नहीं करनी चाहिए थी. बिना जांच किए ही सभी कर्मचारियों को नियमित वेतन भुगतान करना क्या उचित है. इस घटना ने कचरा प्रबंधन प्रणाली में निगरानी और जवाबदेही की कमी को उजागर किया है. आवश्यक है कि प्रशासन इस मामले की गहन जांच करे और सुनिश्चित करे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
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