शहर की सड़कों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा, पांच मिनट का सफर आधे घंटे में हो रहा पूरा- जाम की समस्या से परेशान हो रहे शहरवासी
पांच मिनट का सफर आधे घंटे में हो रहा पूरा- जाम की समस्या से परेशान हो रहे शहरवासी
प्रतिनिधि, कटिहार. शहर में अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई नहीं हो रही है. इसका परिणाम है कि हर दिन लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है. शहर की कोई ऐसी सड़क नहीं बची है जहां अतिक्रमणकारियों का कब्जा नहीं हो. ऐसे में सुंदर शहर दिखना व बेहतर आवागमन की व्यवस्था की बात बेमानी साबित हो रही है. हालत यह है कि पांच मिनट का सफर तय करने में लोगों को आधे घंटे का वक्त लग रहा है. न्यू मार्केट की 60 फीट की चौड़ी सड़क सिकुड़ कर 20 फीट में सिमट गयी है. सड़क पर सब्जी, फल सहित अन्य सामानों की दुकान लगाये अतिक्रमणकारियों से बट्टी की वसूली खुलेआम की जा रही है. ऐसे में अतिक्रमणकारी यह समझ रहे हैं कि वह तो राजस्व दे रहे हैं. उन्हें सड़क पर सब्जी, फल सहित अन्य सामानों की दुकान लगाने का लाइसेंस मिला हुआ है. फिर वो सुबह से लेकर देर शाम तक आराम से अपने सामानों की बिक्री करते हैं. उन्हें लोगों की परेशानी से कोई लेना देना नहीं है. न्यू मार्केट की 60 फीट चौड़ी सड़क सिकुड़ कर 20 फीट हुई शहर में यदि सबसे अधिक कहीं जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है तो वह न्यू मार्केट है. यहां सैकड़ों दुकानें रोड पर रोज सुबह से लेकर देर शाम तक सजती है. गुरुद्वारा से लेकर बाटा चौक तक करीब आधा किलोमीटर तक अतिक्रमणकारियों का कब्जा सड़क पर है. सुबह में सड़क पर थोक मंडी लगती है तो पूरे दिन खुदरा दुकानदार सब्जी, फल सहित अन्य सामानों की दुकानें सजाते हैं. इस मार्केट को देखने से प्रतीत होता है कि नगर निगम प्रशासन ने अतिक्रमणकारियों को खुली छूट दे रखी है कि आप सड़क पर अपनी दुकानें सजायें. अतिक्रमण की वजह से न्यू मार्केट की रौनक समाप्त हो गयी है. बड़े दुकानदार व व्यवसायी अतिक्रमण से काफी परेशान है. पर प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होती है. हाल ही में न्यू मार्केट में करोड़ों की लागत से पीसीसी सड़क बनी है. उतनी अच्छी सड़क पर अतिक्रमण कर दुकानें सज रही है. शहर की अन्य सड़कों का भी कमोवेश एक ही हालत शहर के मिरचाईबाड़ी में भी काफी चौड़ी सड़क है. पर जितने भी गैरेज का संचालन होता है. सब के सब सड़क किनारे ही संचालित हो रहे हैं. यहां की हालत यह है कि बस, ऑटो भी सड़क किनारे ही खड़ी की जाती है. अस्थायी बस स्टेंड होने के कारण यहां और ज्यादा आवागमन में परेशानी होती है. बड़े वाहनों के नो इंट्री में प्रवेश की छूट होने की वजह से पूरे दिन जाम की समस्या आम है. इसी तरह कालीबाड़ी रोड, शिव मंदिर चौक, दुर्गास्थान चौक सहित अन्य सड़कों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा बरकरार है. अतिक्रमण हटाने के दूसरे दिन ही सज जाती है दुकानें ऐसा नहीं है कि बीच-बीच में प्रशासन की ओर से अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है. अतिक्रमण हटाने के दूसरे दिन ही पुन: सड़क पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा हो जाता है. न्यू मार्केट की सड़क जब बन रही थी. उस वक्त सड़क से अतिक्रमण हटाया गया था. पर जैसे ही सड़क बनती गयी फिर से अतिक्रमण बढ़ता चला गया. अभी की हालत तो इतनी बदतर हो गयी है कि सड़क पर सिर्फ दुकानें दिखती है.
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