मानक संचालन प्रक्रिया के आलोक में बाढ़ पूर्व तैयारी सुनिश्चित करें: डीएम

समाहरणालय एनआइसी कक्ष में सोमवार को जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | June 11, 2024 12:12 AM

कटिहार. समाहरणालय एनआइसी कक्ष में सोमवार को जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. बैठक में मुख्य रूप से इस वर्ष संभावित बाढ़ के दौरान प्रभावित क्षेत्रों के दौरान सड़क परिचालन बाधित होने अथवा यातायात दुर्गम होने तथा विशेष परिस्थिति में बाढ़ संघर्षात्मक सामग्री, खाद्य सामग्री एवं अन्य राहत कार्यों से संबंधित वैकल्पिक व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तार से समीक्षा की गयी. बैठक में शामिल पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक (रेलवे), मंडल रेल प्रबंधक, पूर्वोत्तर सीमान्त रेलवे, बिहार सैन्य पुलिस सात के समादेष्टा, कैप्टन पांचआसाम बटालियन के कैप्टन, 48वीं बटालियन आईटीबीपी के कमांडेंट एवं सभी विभागों के पदाधिकारियों और वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी के साथ बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा करते हुए डीएम ने संबंधित विभागों के पदाधिकारी से बाढ़ की दृष्टिकोण से जिला के भौगोलिक क्षेत्रफल एवं बाढ़ राहत सामग्री की उपलब्धता एवं बाढ़ से बचाव के लिए किये जा रहे तैयारियों की अद्यतन स्थिति के संबंध में विस्तृत जानकारी ली तथा संभावित बाढ़ के मद्देनजर बाढ़ से पूर्व सभी प्रकार के आवश्यक तैयारी पूर्ण कराने के लिए आवश्यक दिशानिर्देश दिये.

इन विन्दुओं को लेकर दिये निर्देश

समीक्षा के क्रम में डीएम ने विभिन्न विभाग की ओर से किये जा रहे तैयारी यथा वर्षा मापक यंत्रों की अद्यतन स्थिति, संकट ग्रस्त व्यक्तियों एवं समूहों की पहचान, तटबंधों की मरम्मति एवं सुरक्षा, सूचना व्यवस्था, सरकारी एवं गैर सरकारी नाव की उपलब्धता एवं मरम्मति, बाढ़ प्रभावित पशु के लिए पशुचारा की उपलब्धता, अंचलवार पॉलीथीन सीट की उपलब्धता, बाढ़ आश्रय स्थल एवं चयनित राहत शिविर की स्थिति, सामुदायिक किचन की व्यवस्था, आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप दवाई की उपलब्धता एवं स्वास्थ्य टीम का गठन, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मति, लाईफ जैकेट की उपलब्धता, गोताखोर की उपलब्धता एवं प्रशिक्षण तथा सभी अंचलों के नोडल पदाधिकारी नामित करते हुए प्रखंडों का आवंटन एवं जिला स्तरीय टास्क फोर्स गठन आदि के अतिरिक्त अन्य विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत जानकारी ली.

एसडीओ व अन्य अधिकारियों को दिये निर्देश

इस बैठक में डीएम ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को अपने क्षेत्र के तटबंधों का भौतिक निरीक्षण करने तथा संबंधित पदाधिकारियों को तटबंधों का निरीक्षण करते हुए संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील तटबंध चिन्हित करने, कमजोर तटबंधों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से मरम्मति करने, बाढ़ के समय आपात स्थिति में तटबंधों में बाढ़ निरोधात्मक कार्याें से निपटने तथा आवश्यक स्थिति में तटबंधों की मरम्मति के लिए पर्याप्त संख्या में बोरी में मीट्टी भरकर भंडारण करने, प्रखंड व पंचायत स्तरीय अनुश्रवण सह निगरानी समिति का गठन करने, सभी संचालित वर्षा मापक यंत्र की स्थिति जांच कर सत्यापित करने, सभी अंचलों में क्षतिग्रस्त नावों को मरम्मति करने, सरकारी नावों के साथ नाविकों को टैग करने, नाविक सहित गैर सरकारी नावों को चिन्हित कर लाइसेंस निर्गत करने, पूर्व से जो भी गैर सरकारी नाव चिन्हित है. वैसे नावों की लाईसेंस नवीकरण करने, नाविकों का श्रामिक लंबित भुगतान जांचकर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने तथा चिन्हित सभी नावों का घाट एवं रूट चिन्हित कराने का निर्देश दिया. इसके अलावा डीएम ने संबंधित पदाधिकारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में पशुचारा का भंडारण करने एवं पशुओं के बीमारियों के उपचार को लेकर सभी प्रकार के आवश्यक दवाई की पर्याप्त मात्रा में भंडारण कराने, बाढ़ पीड़ित व्यक्तियों के राहत के लिए अंचल में उपलब्ध भंडार का भौतिक निरीक्षण कर उपलब्ध पॉलीथीन सीट्स की जांच करने, बाढ़ आश्रय स्थलों की जांच कर मरम्मति एवं मेंटेनेंस कराने, सभी चिन्हित शिविरों में शुद्ध पेयजल सुनिश्चित कराने, चापाकल की मरम्मति कराने, आवश्कता वाले शिविरों में चापाकल उपलब्ध कराने, आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप मानव रक्षक आवश्यक दवाई का पर्याप्त मात्रा में भंडारण कराने सहित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के बाढ़ पीड़ित परिवारों के राहत एवं बाचव को लेकर डीएम ने कई प्रकार के आवश्यक दिशा-निर्देश दिया.

नजदीक के रेलवे स्टेशन की चिन्हित करें

डीएम ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अंचलाधिकारी और पदाधिकारियों को आदेश दिया कि यदि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाने पर नजदीक रेलवे स्टेशनों को चिन्हित करके वहां शौचालय, शुद्ध पेयजल, समुदायिक रसोईं आदि की व्यवस्था कर लिया जाये तथा प्रत्येक अंचल में एक ऐसी नाव व्यवस्था की जाय. मेडिकल टीम के लिए सुविधाओं से सुसज्जित कर तैयार कर लिया जाय. ताकि बाढ़ जैसी परिस्थितियों में हर समय तैयार रहे. बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता आपदा प्रबंधन कटिहार, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता कटिहार एवं मनिहारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी जिला गोपनीय प्रशाखा, जिला योजना पदाधिकारी के साथ अन्य विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे.

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