कटिहार. पूर्णिया विवि अंतर्गत कटिहार जिले का एकमात्र अनुमंडल स्तर का अंगीभूत इकाई आरडीएस कॉलेज सालमारी इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. ऐसा इसलिए की करीब पांच हजार छात्र-छात्राओं की पठन पाठन महज दो वर्ग कक्ष के सहारे हो रही है. विवि प्रशासन की उदासीनता का आलम ऐसा है कि देखरेख के अभाव में आरडीएस कॉलेज सालमारी का अस्तित्व खतरे में जा रहा है. दूसरी मंजिल की अधिकांश वर्ग कक्ष धीरे-धीरे ध्वस्त होने के कारण शिक्षक व छात्र-छात्राओं के लिए खतरा बन गया है. हालांकि इसकी शिकायत के बाद कुछ वर्ष पूर्व ही उक्त भवन की जांच विवि के इंजीनियर द्वारा कर इसे डेंजर घोषित कर दिया गया है. जिसके कारण अब उपरी मंजिल पर बनी वर्ग कक्ष में जाने को लेकर प्रतिबंध लगा दिया गया है. अभावपि के बासू कुमार, भाजपा युवा मोचा के जिला मंत्री विनोद कुमार कुशवाहा के अलावा कई शिक्षक व छात्रों का कहना है कि विधिवत रूप से महज दो वर्ग कक्ष शेष रह गये हैं. जिसका नतीजा है कि छात्रों के वर्ग संचालन में परेशानी हो रही है.
लेखापाल व प्रधान सहायक के अभाव में कार्य हो रहा प्रभावित
शिक्षक व अभाविप के कार्यकर्ताओं का कहना है कि कॉलेज प्रशासन को विवि प्रशासन को बार बार शिक्षक व कर्मियों की कमी से अवगत कराने के बाद भी समुचित व्यवस्था नहीं होने से कॉलेज संचालन में पसीना बहाना पड़ रहा है. स्थिति ऐसी है कि लेखापाल व प्रधान सहायक नहीं होने के कारण कई कार्य प्रभावित हो रहे हैं. कॉलेज संचालन किसी तरह पूर्व के सेवानिवृत लेखापाल को मान मनौवल कर कार्य लिया जा रहा है. जबकि प्रधान सहायक कभी शिक्षक तो कभी चतुर्थवर्गीय कर्मचारी से कार्य लेने की मजबूरी बन जाती है. अभाविप के छात्र नेताओं की माने तो कई ऐसे विषय हैं जो स्थापनाकाल से ही खाली चल रहा है.
कहते हैं प्राचार्यकॉलेज की स्थिति काफी खराब है. तीनों संकाय कला, वाणिज्य व विज्ञान विषय की पढ़ाई होती है. दूर देहात के छात्र-छात्राएं नामांकन कराने पहुंचते हैं. शिक्षकों की कमी और जर्जर भवन की वजह से वर्ग संचालन में कठिनाई होती है. विवि को पूर्व में सभी समस्याओं से अवगत कराया गया है. कुछ दिन पूर्व भी विवि को महाविद्यालय की वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया है.डॉ डीके यादव, प्राचार्य, आरडीएस कॉलेज सालमारी
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