बारसोई. प्रखंड के सरकारी विद्यालयों में इन दोनों फर्जी उपस्थिति बनाने का मामला जोर पकड़ता जा रहा है. विभिन्न समाचार पत्रों में खबर प्रशासन के बाद अधिकारी जांच का पत्र तो निकाल देते हैं. पर एक साधनसेवी के करतूत की जांच के लिए अन्य अन्य प्रखंड के तीन साधन सेवी को लगाया जाता है. इस प्रकार मामले को रफा दफा कर दिया जाता है. जिस कारण मध्याह्न भोजन साधन सेवी का मनोबल बढ़ता जा रहा है. साधन सेवी का कहना है कि ऊपर से नीचे तक सब सेटिंग है. इसीलिए खबर प्रकाशन का हम पर कोई प्रभाव पड़ने वाला नहीं है. ऐसे ही फर्जी उपस्थिति बनाने का मामला मंगलवार को भी सामने आया है. प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय नापित टोला चौन्दी में मात्र 15 बच्चे विद्यालय में उपस्थित रहे. जबकि विद्यालय के प्रभारी शिक्षक शमीम अख्तर ने बताया गया कि 63 बच्चों की उपस्थिति बनायी गयी है. हाल प्राथमिक विद्यालय डाटियन का भी नजर आया. जहां बच्चों की उपस्थिति से ज्यादा रजिस्टर में उपस्थित बनायी गयी थी. प्रभारी शिक्षिका गजाला शाहीन ने बताया कि बच्चे आते हैं. मध्याह्न भोजन खा कर चले जाते हैं. ग्रामीण का कहना है कि विद्यालय में पढ़ाई ही नहीं होती है. खाना भी मीनू के अनुसार से नहीं दिया जाता है. बस मध्याह्न भोजन का हिसाब ही होता रहता है. ऐसे में छात्र एवं अभिभावकों के बीच आक्रोश पनप रहा है. अभिभावकों ने कहा कि उच्च अधिकारी को इस पर ध्यान देना चाहिए. ताकि विद्यालय में अच्छी पढ़ाई हो तथा अच्छा मध्याह्न भोजन भी उपलब्ध हो सके. अभिभावकों ने कहा कि ऐसे भ्रष्ट साधन सेवी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. दूसरे साधन सेवी को बारसोई के स्कूलों की निगरानी का भार देना चाहिए. मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मुमताज अहमद ने कहा कि इस मामले की जांच कर दोषी पर कार्रवाई की जायेगी.
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