मक्का के कीमत बेहतर होने से कारण किसानों में खुशी

2150 से लेकर 2200 रुपये प्रति क्विंटल है मक्का का बाजार भाव

By Prabhat Khabar News Desk | May 16, 2024 9:59 PM

कोढ़ा. पीला सोने के रूप में जाना जाने वाला मक्का की कटनी चरम पर है. एक सप्ताह के अंदर मक्का की कटनी समाप्त भी हो जायेगी. मक्का कृषक वर्तमान मक्का का भाव देखकर काफी प्रफुलित नजर आ रहे हैं.जानकारी हो कि जिले के कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र में केला में पनामा विल्ट नामक रोग (गलवा) लग जाने के बाद केला कृषक केला की खेती से हाथ धोकर मक्का की खेती की ओर आकर्षित हो गये. इस वर्ष मक्का का कीमत बेहतर रहने के कारण मक्का कृषकों के चेहरे पर खुशी स्पष्ट झलक रही है. क्योंकि इस वर्ष शुरुआती दौर में जहां 25 सौ से 26 सौ रुपये क्विंटल तक मक्का का बिक्री हुआ. अभी वर्तमान में मक्का का बाजार भाव 2150 सौ 22 सौ रुपये प्रति क्विंटल में बिक रहा है. हालांकि अभी मक्का की कटनी अंतिम चरण में है. 70% से अधिक मक्का कटा है. मक्का के भाव अच्छा रहने के कारण कृषकों के चेहरे पर खुशी झलक रही है. अगर इस बार मक्का का कीमत में गिरावट ना हो तो कृषक को तमाम कर्ज से मुक्ति मिल सकती है. कई जरूरी कार्य भी निपट लेने की संभावना है. किसानों ने बताया कि इस वर्ष मक्का की कीमत बाजारों में काफी अच्छा रहा. अगर आगे भी यही कीमत रहा तो किसानों को बेहतर मुनाफा होंगे. किसानों ने यह भी कहा कि आगे मक्का का कीमत क्या रहेगा वह भविष्य ही बतायेगा. मक्का व्यापार से जुड़े लोगों का मानना है कि इस वर्ष मक्का का अच्छे दाम रहने की उम्मीद लगता है.

पक्की सड़कों में मक्का सुखाये जाने से राहगीरों को परेशानी, दुर्घटना की आशंका

हसनगंज. प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण से लेकर मुख्य सड़कों पर इन दिनों किसान मक्का फसल सुखाये जाने से राहगीरों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. सड़क पर मक्का बिछाये रहने से खासकर बाइक सवार को हमेशा फिसल कर गिरने का डर बना रहता है. राजा मोड़ सड़क से महमदिया भारीडीह, महमदिया से हसनगंज प्रखंड मुख्यालय सड़क, नवादा गांव से कालसर मुख्य सड़क तक जाने वाली प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क सहित प्रखंड की अन्य सड़कों पर भी किसानों ने अपना कब्जा जमा रखा है. इन सड़कों के आधे हिस्से पर फैले मक्का से बचने के लिए वाहन चालकों को बच कर निकलने में परेशानी होती है. जरा सी भी चूक हुई तो जिदगी खतरे में पड़ते देर नहीं लगगेगी. आये दिन दोपहिया वाहन चालक अक्सर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. कई स्थानों पर तो मक्का फैलाकर तथा सड़क पर बांस व लकड़ी के अवरोधक बना दिए जाते हैं. बाइक चालक की नजर अगर अवरोधक पर नहीं पड़ी तो फिसलकर मक्के पर गिरना तय है. इसको लेकर सीओ कृष्ण मोहन कुमार ने कहा कि किसानों के बीच जागरूकता जरूरी है. ऐसे में वाहन चालक को आवाजाही में दिक्कत हो रही है. उन्होंने कहा कि इसकी समुचित जांच की जायेगी.

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