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नारियल की खेती में जिले के किसान दिखा रहे दिलचस्पी

किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए उद्यान विभाग कर रहा मदद

कटिहार. देश के कनार्टक, तमिलनाडु, केरल में सबसे अधिक नारियल का उत्पादन होता है. नारियल के कच्चे व पके फल के वैज्ञानिक लाभ व किसानों की बढ़ रही आर्थिक समृद्धि को देखते हुए इन जगहों पर हो रही नारियल खेती के तर्ज पर अब जिले के किसान भी नारियल की खेती में दिलचस्पी लेने लगे हैं. उद्यान विभाग भी ऐसे किसानों को खोज कर मदद कर रहा है. नारियल विकास बोर्ड से नारियल पौधा का वितरण किया जा रहा है. किसानों को इसके लिए केवल 21.25 रुपये कृषक अंश के रूप में जमा करना होगा. ऐसा उद्यान विभाग के कर्मचारियों व पदाधिकारियों का कहना है. उनलोगों की माने तो नारियल विकास योजना के तहत उद्यान विभाग को तीन हजार नारियल का पौधा उपलब्ध कराना है. इसको लेकर किसानों में मारामारी चल रहा है. अब तक 930 नारियल का पौधा किसानों के बीच बांटा जा चुका है. विभागीय पदाधिकारियों की माने तो अब तक 2915 का वर्क आर्डर दिया जा चुका है. अगस्त अंतिम सप्ताह तक हर हाल में किसानों को नारियल का पौधा उपलब्ध करा दिया जाना है. वैसे किसान जिनके पास 0.07 डिसमिल जमीन है. उन्हें पांच नारियल पौधा देने का प्रावधान है. जबकि अधिक से अधिक दो हेक्टेयर में 356 पौधा उपलब्ध कराना है. विभागीय पदाधिकारियों की माने तो नारियल पौधा वितरण में अधिक सब्सिडी दिये जाने के कारण किसानों के बीच नारियल खेती को लेकर एक उम्मीद जगी है. विभाग द्वारा नारियल विकास बोर्ड से 85 रुपये में नारियल का पाैधा खरीदकर 75 प्रतिशत पर 63.75 रुपये का सब्सिडी दिया जा रहा है. इस तरह से कृषक अंश के रूप में नारियल के पौधे के लिए महज 21.25 पैसे जमा करना होगा.

हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है आयरन

कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक पंकज कुमार की माने तो नारियल में पाये जाने वाला आयरन हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है. कच्चा या पका कैसा भी नारियल हो, वेटलॉस में अधिक असदार साबित होता है. बदलते मौसम में नारियल खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. हार्ट के मरीज के लिए भी नारियल काफी फायदेमंद साबित होता है. नारियल की खेती जिले के किसान करते हैं तो भविष्य में आर्थिक रूप से किसान और सबल हो सकते हैं.

कहती हैं सहायक निदेशक

उद्यान विभाग को नये वित्तीय वर्ष के लिए तीन हजार नारियल पौधे बांटने का लक्ष्य दिया गया है. नारियल के पौधे पर अधिक सब्सिडी होने के कारण किसानों की अभिरूची पौधे लगाने को लेकर अधिक है. एक नारियल पौधे पर 75 प्रतिशत सब्सिडी किसानों को देना है. अब तक 2915 पौधे का वर्क ऑर्डर दिया जा चुका है. अलग- अलग प्रखंडों के किसानों के बीच 930 नारियल पौधे बांटे जा चुके हैं. अगस्त अंतिम सप्ताह तक नारियल पौधे बांटने का समय निर्धारित है. समय रहते सभी नारियल के पौधे चिन्हित किसानों को उपलब्ध करा दिया जायेगा.मधुप्रिया, सहायक निदेशक, उद्यान

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