बिहार में आर्थिक तंगी ने पिता को बनाया दानव, आग लगाकर अपने ही तीन बच्चों की ले ली जान
कदवा थाना क्षेत्र के जाजा गांव में नशे के आदि व कर्ज के तले दबे पिता ने घर में सो रहे बच्चों को पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी. जिसमें रिंकी कुमारी 09 वर्ष, राजा कुमार 12 वर्ष और शुभंकर कुमार 13 वर्ष की मौत हो गयी. मर्माहत व दर्दनाक घटना को लेकर गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया.
कटिहार के कदवा थाना क्षेत्र की भर्री पंचायत के जाजा गांव में शुक्रवार की रात एक पिता ने अपने दो पुत्र व एक पुत्री को कमरे में बंद कर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा ली. घटना शुक्रवार रात 9:00 बजे की है. घटना में दिनेश सिंह (40 वर्ष) का पुत्र शुभंकर कुमार (13 वर्ष) व राजा कुमार (11 वर्ष) की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. पुत्री रिंकी कुमारी (10 वर्ष) ने सदर अस्पताल में दम तोड़ दिया, वहीं खुद दिनेश सिंह गंभीर रूप से झुलस गया. वह मौत से जूझ रहा है. जांच में पता चला है कि घटना को अंजाम देने के समय पिता शराब के नशे में था, वहीं सभी बच्चे सो रहे थे. पहले उसने बच्चों को आग के हवाले किया, फिर खुद भी आत्मदाह किया.
आर्थिक तंगी से था आपरेशन
घटना की जानकारी मिलने पर कदवा पुलिस ने घायल दिनेश को अपने कब्जे में लेकर सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. ग्रामीणों ने घटना को लेकर बताया कि कर्ज व आर्थिक तंगी को लेकर परिवार के बीच विवाद चल रहा था. इस विवाद के कारण पत्नी तरूपजन देवी कुछ दिन पूर्व घर से बिना किसी को जानकारी दिये कहीं चली गयी. इस आर्थिक तंगी को नहीं झेल पाने के कारण दिनेश ने मजबूरन अपने पूरे परिवार व खुद का जीवन समाप्त करने को सोचा और उसके बाद ही उसने यह घातक कदम उठाया.
डीएम व एसपी ने घटनास्थल की बारीकी से की जांच
डीएम रवि प्रकाश व एसपी जितेंद्र कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जांच की. इस मामले में ग्रामीणों से भी जानकारी ली. दोनों ही अधिकारियों ने संबंधित अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिया है. एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि पारिवारिक विवाद व तंगी से आहत होकर दिनेश ने इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया है. मामले की जांच बारीकी से की जा रही है. थानाध्यक्ष सुजीत कुमार ने कहा कि तीनों शव को कागजी प्रक्रिया पूरा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
दिनेश को इलाज के लिए सदर अस्पताल में कराया गया है भर्ती
कदवा थाना क्षेत्र के जाजा में एक पिता ने सो रहे अपने तीन बच्चों के ऊपर पेट्रोल छिड़ककर कर आग लगा दी. जिसमें दो बच्चों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. जबकि तीसरे की मौत इलाज के दौरान ले जाने के क्रम में हुई. घटना पश्चात आरोपी पिता ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया. जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
जिसे स्थानीय लोगों के मदद से इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल एवं रेफर उपरांत सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. सदर अस्पताल के चिकित्सक ने घायल दिनेश सिंह का इलाज कर उसे एडमिट कर लिया. चिकित्सक के अनुसार घायल दिनेश सिंह का तकरीबन 60% शरीर जल गया है, फिलहाल उसकी स्थिति खतरे से बाहर है.
बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा सदर अस्पताल, लोगों की आंखें छलक उठी
इस दर्दनाक घटना को लेकर गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. ग्रामीण में बच्चों की मौत को लेकर आरोपी पिता दिनेश सिंह के विरुद्ध लोगों का फूट रहा था. स्थानीय लोगों का आरोप था कि आर्थिक तंगी व ग्रुप लोन के कर्ज में दबे रहने के कारण आरोपी ने घर में सो रहे हैं बच्चों के ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी. जिसमें तीनों बच्चे झुलस कर गंभीर रूप से घायल हो गए तथा दो ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दी.
इधर झोपड़ीनुमा घर से आग की भीषण लपटों को देख स्थानीय लोग आग बुझाने में जुट गए. आग पर काबू पाने के बाद झुलसे हुए बच्चे एवं आरोपी पिता को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सक ने तीनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया. जबकि घायल पिता को इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया.
सूचना मिलते ही बारसोई एसडीपीओ, एसडीओ सहित कदवा थाना अध्यक्ष व पुलिस पदाधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे तथा मामले की तफ्तीश करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. डॉ सानंद प्रेम ने तीनों बच्चे का पोस्टमार्टम किया.
अस्पताल परिसर में मौजूद लोग झुलसा हुए बच्चे के शव को देखते ही विचलित हो उठे. सबों के मुंह से अनायास ही आहा निकल रही थी. यह इतनी मर्माहत घटना थी कि स्थानीय कुछ लोगों के आंखों से स्वत ही आंसू छलक रहे थे जबकि मृतक से उनका कोई संबंध नहीं था. उन सबों की इस मर्माहत घटना से आंखें छलक उठी थी.