संसाधनों की कमी से जूझ रहा अग्निशमन विभाग
संसाधनों की कमी से जूझ रहा अग्निशमन विभाग
कटिहार. जिले में चल रही पछुआ हवा में अगलगी की घटना दिनों दिन बढ़ती जा रही है इससे एक और जहां आमजन परेशान हो रहे हैं तो हर दिन लाखों रुपये के सामान का नुकसान हो रहा है. अगलगी पर काबू पाने में पुलिस लाइन स्थित 22 डिसमिल जमीन में बना अग्निशमन विभाग कर्मियों की कमी से जूझ रहा है. शहरी क्षेत्र में पानी की सुविधा उपलब्ध रहने से ज्यादा परेशानी नहीं होती है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में पानी की उपलब्धता नहीं होने से अग्निशमन विभाग के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद भी आग बुझाने के लिए पानी की तलाश में भटकना पड़ता है. कभी-कभी घटना स्थल पर पहुंचते पहुंचते वाहन की खराब होने की शिकायत से विभाग को पीड़ितों के गुस्से का शिकार होना पड़ता है. यही कारण है कि एक साथ चार से पांच जगह पर अगलगी की घटना के समय कमी से लेकर पदाधिकारी अधिक परेशान हो जाते हैं. कार्यरत कर्मियों की मानें तो 29 अग्निक सिपाही प्रशिक्षित हैं जबकि 28 अग्निकों को प्रशिक्षित होना है. जिन्हें प्रशिक्षण में जाना शेष है. मुख्यालय में संसाधन की भारी कमी है. विभागीय कर्मियों का कहना है कि जिला पुलिस स्थित मुख्यालय में चार वाटर टैंक, एक छोटी टेंक वाहन उपलब्ध है. इसी के सहारे अलग-अलग क्षेत्र में अगलगी की घटना पर काबू पाया जाता है. कुल 12 दमकल वाहन है. जिसके आलोक में 12 ही चालक है. एकाध को अवकाश पर जाने पर परेशानी हो जाती है. इस कारण अग्निशमन विभाग के कर्मियों पर अधिकारियों को आग लगी की घटना पर काबू पाने में परेशानी होती है.
सात थानों में एक छोटी वाहन से चलाया जा रहा कार्य
कार्यरत कमियाें की मानें कार्य की मानें तो सरकार का जहां प्रस्तावित है कि सभी थानों में एक-एक अग्निशमन वाहन उपलब्ध कराया जाए. लेकिन जिले में स्थिति इतनी खराब है कि सात थाना फलका, प्राणपुर, रौतारा, मनसाही, बरारी और कुरसेला में दो सौ से 4 सौ लीटर वहां वाला दमकल ही उपलब्ध है. शेष थानों में मुख्यालय में मौजूद वाहनों से कार्य चलाया जा रहा है. एकमात्र बारसोई में 5000 लीटर वाला दमकल वाहन उपलब्ध है. सभी थाना में एक-एक दमकल वाहन प्रस्तावित है. अगलगी की घटना को देखते हुए जोर-शोर से प्रचार प्रसार किया जाता है. खासकर दीवार लेखन में कई जगहों पर दीवाल पर विभाग का मोबाइल नंबर नुक्कड़ नाटक सहित अन्य तरह से जानकारी उपलब्ध कराया जाता है. अगलगी को देखते हुए आमजनों को भी जागरूक होने की आवश्यकता है. एक साथ 10 से 12 जगह पर आग लग जाने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मनोरंजन कुमार चौधरी,सहायक पदाधिकारी अग्निशमन विभागडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है