आतिशबाजी व गाजे-बाजे के साथ निकली बारात, पांच निःशक्त जोड़ा परिणय सूत्र बंधे
शहर में निःशक्त युवा जोड़ा का सामूहिक विवाह में सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवियों ने पहुंचकर न केवल निशक्त नवदंपति को आशीर्वाद दिया.
कटिहार. शहर में निःशक्त युवा जोड़ा का सामूहिक विवाह में सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवियों ने पहुंचकर न केवल निशक्त नवदंपति को आशीर्वाद दिया. बल्कि शादी कार्यक्रम में शामिल भी रहे. कोशी क्षेत्रीय विकलांग, विधवा, वृद्ध कल्याण समिति, कटिहार की ओर से मंगलवार को दिव्यांगों का सामूहिक विवाह समारोह स्थानीय एक होटल में सम्पन हुआ. जिसमें पांच जोड़ा दिव्यांगों का विवाह संपन्न हुआ. शादी समारोह स्थल पर बड़ी तादाद में शहरवासी व बुद्धिजीवियों ने पहुंचकर वर-वधू को आशीर्वाद दिया. वर्ष 2010 से कटिहार में दिव्यांगों के सामूहिक विवाह की शुरुआत कोसी क्षेत्रीय विकलांग विधवा वृद्ध कल्याण समिति के जिला सचिव शिव शंकर रामाणी के नेतृत्व में हुई. हर वर्ष दिव्यांगों की सामूहिक विवाह पूरे अनुष्ठान एवं विधि विधान के साथ किया जाता है. अब तक करीब ढाई दर्जन से अधिक दिव्यांगों की सामूहिक विवाह हो चुकी है. दिव्यांगों की शादी से पूर्व गाजे-बाजे के साथ बारात निकाली. बारात में शामिल शहरवासी व ट्राई साइकिल पर सवार निःशक्तों ने आतिशबाजी व पुष्प वर्षा की. शहर भ्रमण करते हुए बारात विवाह स्थल पहुंची. इस दौरान बैंड बाजा के धुन पर लोगों ने दूल्हे संग ठुमके भी लगाये. इस सामूहिक विवाह आशा संग सूरज, संजीता संग बादर, खुशबू संग श्यामलाल, मरांगमय संग दिलखुश व पतासी संग गौतम के साथ संपन्न हुआ. शादी को लेकर दिव्यांगों में भी खासा उत्साह रहा. दिव्यांग नवदंपति को आशीर्वाद देने पहुंचे महापौर उषा देवी अग्रवाल ने कहा कि कटिहार में दिव्यांग युवा जोड़ों की शादी एक अनूठी पहल है. इससे दिव्यांगों का आत्मबल बढ़ता है. उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को लेकर कई तरह की योजना चलायी जा रही है. दिव्यांगों के शादी पर सरकार ने प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया है. पात्र दिव्यांगों के शादी पर सरकार की ओर से एक-एक लाख रुपये प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया. उन्होंने कहा कि समिति के सचिव शिवशंकर रमानी के प्रयास से इस तरह का अनोखा पहल होता आया है.
वर-वधू को आशीर्वाद देने पहुंचे शहरवासी
दिव्यांगों के सामूहिक विवाह आकर्षण का केंद्र बना रहा. इस अनूठे विवाह को देखने के लिये लोगों की भीड़ जुट गयी. शहरवासियों ने वर-वधू को आशीर्वाद भी दिया. इस अवसर पर नगर निगम के महापौर उषा देवी अग्रवाल, अशोक कुमार चौधरी, महासचिव मोहन कुमार, डॉ रंजना झा, डॉ आभा कुमारी, गुरुकुल शिक्षा मंदिर संस्थान के निदेशक सह सचिव राजेन्द्र कुमार, गंगाराम चंद्रवंशी, अवधेश गुप्ता, राजेश केसरी, अभिषेक तिवारी, भाजपा महिला मोर्चा के क्षेत्रीय प्रभारी छाया तिवारी, आशीष बलिदानी, हीरा लाल राही, रॉकी दास, विजय कुमार, शिव शंकर रमानी के अलावा प्रशांत कुमार मिथिलेश यादव सुनीता कुमारी लक्ष्मी कुमारी, जूली शर्मा, लीलू मंडल, मोनिका कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, अशोक राय, राजीव कुमार, कमला दास समेत बड़ी संख्या में शहरवासी वर वधू को आशीर्वाद देने पहुंचे.नहीं पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी
भले ही केंद्र व राज्य सरकार दिव्यांगों को मुख्यधारा में लाने के लिए बड़ी-बड़ी बातें करती हो. तरह-तरह की योजनाएं चलाने की बात करती हो. पर मंगलवार को स्थानीय जैन अतिथि भवन में आयोजित दिव्यांगों के सामूहिक विवाह में आमंत्रण देने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचे. इससे आयोजकों के साथ साथ दिव्यांगों में भी क्षोभ व्याप्त है. प्रशासनिक अधिकारी के इस सामूहिक विवाह अनुष्ठान में नहीं पहुंचने से तरह-तरह की चर्चाएं भी हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है