बारसोई-कटिहार रेलखंड के कुमेदपुर में मालगाड़ी के तेल लदे पांच टैंकर पटरी से उतरा
तेल लदे पांच टैंकर पटरी से उतरा
रेल मार्ग पुरी तरह रहा बाधित, कई ट्रेनों के बदले गये रूट रेल हादसे के जिम्मेदार कौन, अधिकारी मौन रेल हादसों का सिलसिला लगातार जारी, लोगों में खौफ का माहौल हादसे के बाद कटिहार डीआरएम सहित कई रेलकर्मी घटना स्थल पर पहुंचे फोटो 3,4,5 कैप्शन- घटना स्थल पर पहुंचे डीआरएम सहित अन्य अधिकारी, रेल परिचालन दुरूस्त करने में जुटे, बेपटरी हुआ टैंकर प्रतिनिधि,आजमनगर कटिहार रेल डिविजन में शुक्रवार की सुबह लगभग 10:45 बजे तेल टैंकरों से लदी मालगाड़ी बेपटरी हो गयी. पांच टैंकरों के एक साथ बेपटरी होने से कटिहार- बारसोई रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन ठप हो गया. हादसे में किसी तरह का कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ है. तेल टैकरों से लदी मालगाड़ी बारसोई से चलकर कटिहार की ओर जा रही थी. घटना बारसोई-कटिहार रेलखंड स्थित कुमेदपुर उत्तर केविन के समीप पोल संख्या 170/5 से 170/7 के बीच हुई है. बारसोई से कटिहार की ओर जा रही तेल टैंकर से लदे मालगाड़ी की पांच बोगी बेपटरी हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीणों की भीड़ लगनी शुरू हो गयी. बताते चलें कि क्षतिग्रस्त मालगाड़ी के डब्बों से तेल का रिसाव हो रहा था. जिसे देख रेलकर्मी ने लोगों को घटनास्थल से हटा दिया. साथ ही रेल प्रशासन द्वारा उस रूट की वंदे भारत सहित कई अन्य ट्रेनों का रूट बदल दिया गया. घटना की सूचना मिलते ही कटिहार डीआरएम सुरेंद्र कुमार घटनास्थल पर पहुंचे. डीआरएम सहित रेलवे के कई अधिकारियों ने बेपटरी हुए मालगाड़ी ट्रैकरों का बारीकी से निरीक्षण किया तथा यह जानने का प्रयास किया कि किस वजह से मालगाड़ी के पांच ट्रैकर बेपटरी हुए हैं. हालांकि इस मामले में उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. कटिहार रेल क्षेत्र में लगातार हो रहे रेल हादसों के बावजूद रेलवे के अधिकारियों द्वारा रेल हादसे को रोकने में असफल हो रहे हैं. रेलवे अधिकारियों से घटना की जानकारी मांगने पर चुप्पी साध ली. कुछ भी कहने से भागते नजर आये. घटना कैसे हुआ. इसमें किसकी लापरवाही है. यह पूरा मामला जांच का विषय बना हुआ है. कई ट्रेनों के मार्ग बदले गये ——————————— कटिहार बारसोई रेलखंड के कुमेदपुर उत्तर केविन के समीप पोल संख्या 170/5 से 170/7 के बीच तेल से लदे मालगाड़ी के पांच टैंकरों के बेपटरी होने के बाद इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन घंटों तक बाधित रहा. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का मार्ग बदलकर दूसरे रूट झौआ, सामारी होते हुए सोनैली होते हुए ट्रेनों का परिचालन कराया गया. इसी तरह अन्य ट्रेनों का परिचालन भी इसी मार्ग से कराया गया. पटरी से टैंकरों के उतरने के बाद हुआ धमाका, दूर तक सुना गया ——————————- —————————————- तेल से लदे मालगाड़ी के पांच टैंकरों के एक साथ बेपटरी होने के बाद जोर का धमाका हुआ. जिसकी आवाज दूर तक गयी. जिसके बाद ड्राइवर व गार्ड की सूझबूझ से ट्रेन को रोक दिया गया. आवाज सुनने के बाद घटना स्थल पर बड़ी संख्या में आसपास के लोगों की भीड़ जुट गयी. सभी जानने का प्रयास करने लगे कि मालगाड़ी के साथ क्या हुआ. नजदीक जाने पर पता चला कि मालगाड़ी के पांच टैंकर बेपटरी हो गये हैं. घटना की सूचना मिलते ही अधिकारियों का दल पहुंचा ————————————————————- मालगाड़ी के पांच टैंकरों के बेपटरी होने की सूचना मिलते ही कटिहार रेल मंडल से रेल अधिकारियों की टीम डीआरएम सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पहुंचा और जांच पड़ताल में जुट गये. इस टीम में राहत व बचाव दल के साथ अभियंताओं व रेल कर्मियों के सौ से अधिक कर्मचारियों की टीम थी. बेपटरी हुए टैंकरों को पटरी पर लाने के लिए युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया गया है. उम्मीद जतायी जा रही है कि शाम तक इस रूट पर आवागमन बहाल हो जायेगा. इन रेलवे स्टेशनों के यात्रियों की बढ़ी रही परेशानी —————————————————- कटिहार-बारसोई रेलखंड के मनिया, लाभा, खुरियाल, कुमेदपुर, बबनगांव, आजमनगर, मुकरिया आदि रेलवे स्टेशन के यात्रियों को ट्रेनों का परिचालन बाधित रहने घोर परेशानियों का सामना करना पड़ा.
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