बरारी. प्रखंड क्षेत्र में आयी बाढ़ की विभिषिका के बीच दस वार्डों का करीब आठ हजार आबादी का पंचायत गुरुमेला में लोगों बाढ़ के पानी में बुरी तरह फंसे हुए हैं. कई परिवार बांध पर शरण लिये हुए हैं. दो टोला के लोगों के मध्य संचालित सामुदायिक किचन तक दिन में जाना तो ठीक हैं. लेकिन रात्री में भोजन करने जाना खतरा से खाली नहीं है. पंचायत समिति सदस्य मिथिलेश यादव, सरपंच श्याम प्रसाद यादव बताते हैं कि सीज की जमीन पर व बांध पर बसा गुरुमेला पंचायत की गरीब मजदूर का पंचायत है. ज्यादातर लोग दैनिक मजदूरी के साथ किसान भी हैं. जबसे बाढ़ में डूबा हैं. पूरा गांव लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. काफी मशक्कत बाद तीन सामुदायिक किचन संचालित किया गया. जबकि पंचायत में पांच सामुदायिक कीचन की आवश्यकता है. जब तक घर से पूर्णतः बाढ़ का पानी निकल नहीं जाता तब तक सरकारी किचन चलाया जाना चाहिए. लेकिन अंचल नाजिर की मनमानी चरम पर है. किचन बंद करने की साजिश हो रही है. इस आपदा की घड़ी में आखिर कैसे जियेंगे बाढ़ पीड़ित. काफी संख्या में बाढ़ पीड़ित महिलाओं ने जिला पार्षद गुणसागर पासवान, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि जीतन यादव, अजय कुमार, मुखिया राजकुमार यादव, समिति सदस्य मिथिलेश कुमार यादव, सरपंच श्याम यादव आदि के समक्ष समस्या रख बताया कि कीचन स्पर तीन बांध पर तब तक चलाया जाय. जब बाढ़ का पानी से गांव को निजात मिल जाय. नहीं तो होगा घेराव होगा.
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