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नशेड़ियों का अड्डा बना डीएस कॉलेज का जनरल छात्रावास

प्राचार्य ने कहा एक भी छात्रों को नहीं की गयी आवंटित

By Prabhat Khabar News Desk | August 29, 2024 11:15 PM

कटिहार. डीएस कॉलेज के जनरल छात्रावास में बुधवार की देर रात चली गोली में एक छात्र के घायल होने के बाद कॉलेज प्रबंधन से लेकर कॉलेज प्रशासन तक बचाव को तरह-तरह हथकंडे अपना रहा है. डीएस कॉलेज प्रशासन ने उनके कार्यकाल में एक भी छात्रों को आवंटन नहीं किये जाने, चुनाव के बाद खाली कराये जाने के बाद फिर से अवैध ढंग से छात्रों के रहने की बात कही जा रही है. जबकि डीएस कॉलेज के जनरल छात्रावास में रह रहे करीब 35-40 छात्रों में दहशत का माहौल है. उनलोगों की माने तो 31 जनवरी 2024 से पहले छात्रावास अधीक्षक के रूप में डॉ बिनोद कुमार ओझा की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. उनका पीयू में प्रतिनियुक्ति के बाद से छात्रावास अधीक्षक का पद खाली ही चल रहा है. जनरल छात्रावास में रहे कई छात्रों ने दबी जुबान में बताया कि वे 100 में 90 प्रतिशत छात्र पास आउट है. इसकी जानकारी कॉलेज प्रशासन को कई बार मौखिक रूप से दी गयी. वे लोग प्राणपुर, लाभा व बस्तौल के रहने वाले हैं. वे लोग पार्ट टू के छात्र हैं. आसपास के लड़कों ने जबरन प्रवेश कर नशा आदि का उपयोग से लेकर छीनतई की घटना को अंजाम दिया जाता है. छात्रावास समय पर बंद कर दिया जाता है. लेकिन समय से पूर्व असामाजिक तत्वों द्वारा पहुंचकर इस तरह की घटना को अंजाम दिया जाता है. छात्रों का कहना था कि व्यवस्था के नाम पर जर्जर बिल्डिंग, कमरा व बांस पर लटकती बिजली से वे लोग भयभीत रहते हैं. देर रात हुई गोलीबारी को लेकर बताया कि वे लोग पुस्तकालय ज्वाइन किये है. कुछ वहां पर कुछ जन्माष्टमी को लेकर अपने-अपने घर गये थे. देर रात उनलोगों को सूचना मिली कि एक बाहरी लड़के को गोली लगी है. गोली किसने मारी कब मारी इसकी जानकारी उनलोगों को भी नहीं है.

बारह घंटे पूर्व चली गोली, कॉलेज में प्रभारी कुलपति का तीन घंंटे तक हुआ महिमा मंडल, नहीं ली सुध

डीएस कॉलेज के जनरल छात्रावास में करीब बारह घंटे पूर्व चली गोलीबारी से छात्र दहशत में हैं. छात्रावास से करीब 100 मीटर की दूरी पर पूर्णिया विवि के प्रभारी कुलपति डॉ पवन कुमार झा के सम्मान में बीएड विभाग के नरेश भवन में तीन घंटों तक महिमा मंडल किया गया. दूसरी ओर छात्र उनके आने का इंतजार करते रहे. तीन घंटा समय बीताने के बाद भी प्रभारी कुलपति के द्वारा सुध नहीं लिए जाने से उनलोगों के बीच मायूसी है. उनलोगों का कहना था कि कम से कम उनलोगों का हालचाल जानने प्रभारी कुलपति, कॉलेज प्रशासन को आना चाहिए. लेकिन नहीं आने से वे लोग किसी अनहोनी को लेकर सहमे हुए हैं. जबकि स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर छात्रावास में झंडा फहराने को लेकर शिक्षकों की ओर से मारामारी की जाती है.

आवागमन के लिए तोड़ दिया गया चहारदिवारी

छात्रावास में रह रहे कई छात्रों की माने तो डीएस कॉलेज का चहारदिवारी कई भागों में टूटी हुई है. छात्रावास के करीब तीस मीटर की दूरी पर 15 से 20 फीट तोड़कर आम रास्ता बना दिये जाने से लोग आवागमन करते हैं. बार-बार कॉलेज प्रशासन से इसकी शिकायत के बाद भी कदम नहीं उठाने से इसी रास्ते लोग अधिक की संख्या में आते और जाते है. बगल के रामनगर, रोजितपुर के लोगों के लिए रास्ता बना हुआ है. कॉलेज प्रशासन के लचर व्यवस्था के कारण अब तक चहारदिवारी टूटी हुई है.

कहते हैं प्राचार्य

जनरल छात्रावास में गोली चली है इसकी जानकारी नहीं है. उनके कार्यकाल में एक भी छात्र को छात्रावास में रहने के लिए आवंटित नहीं की गयी है. लोकसभा चुनाव के पूर्व खाली करा ताला लगा दिया गया था. कुछ असामाजिक तबके के लोग अवैध ढंग से रहते हैं. इसकी जानकारी नहीं है. विवि अभियंता द्वारा इसे डेंजर घोषित किया गया है. छात्रावास अधीक्षक की नियुक्ति तक नहीं है. जानमाल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसे बंद कर दिया गया है. उसमें छात्र कैसे रह रहा है खाली कराकर विवि व थाना को सूचना दे दी जायेगी. टूटी चहारदिवारी को बार-बार मरम्मत के बाद भी रास्ता बनाने के ख्याल असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ दी जाती है.

डॉ संजय कुमार सिंह, प्राचार्य, डीएस कॉलेज

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